भारत-पाक सीजफायर पर रक्षा विशेषज्ञ पीके सेहगल ने कहा, 'हमें जो अचीव करना था, वह कर लिया'

नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान हो गया। इस बीच, रिटायर्ड मेजर जनरल एवं रक्षा विषयों के एक्सपर्ट पी.के. सेहगल ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बात की। उन्होंने इसे भारत का बड़ा अचीवमेंट बताया। हालांकि, पाकिस्तान ने घोषणा के कुछ ही घंटे के भीतर सीजफायर का उल्लंघन कर दिया।
रिटायर्ड मेजर जनरल पी.के. सेहगल ने पाकिस्तान के डीजीएमओ की तरफ से भारत के डीजीएमओ को कॉल करके सीजफायर की अपील करने और शाम पांच बजे से इसके लागू होने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “इससे बड़ी खुशखबरी नहीं हो सकती। हिंदुस्तान को जो अचीव करना था, उसने कर लिया। हमने साफ तौर पर पाकिस्तान को बताया कि अगर हमारे खिलाफ आतंकवाद फैलाओगे, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
उन्होंने कहा, “हमने नौ आतंकवादी ठिकानों को बर्बाद किया, जो वास्तव में आतंकवादियों के जड़ और गढ़ थे। एलओसी के पास आतंकियों के जितने भी लॉन्च पैड थे, उन्हें भी बर्बाद किया गया। पाकिस्तान को यह भी समझा दिया गया कि अगर आगे कोई भी आतंकी गतिविधि हुई, तो उसे भारत के खिलाफ युद्ध माना जाएगा। पाकिस्तान को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है। भारत में कई लोगों की मौत और कई प्रॉपर्टी को नुकसान हुआ है, खासतौर पर एलओसी के पास। ऐसे में अक्लमंदी युद्ध को रोकने में ही है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कहते हैं कि किसी भी हालत में किसी भी मसले का हल लड़ाई नहीं है।”
अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। अगले दो-तीन साल में हम इकोनॉमी के मामले में नंबर तीन पर होंगे। पाकिस्तान का शेयर बाजार पूरी तरह क्रैश हो चुका है। हमारे शेयर बाजार पर उतना असर नहीं पड़ा। अभी इसमें और उछाल आएगा। पाकिस्तान का हमने भारी नुकसान किया। उनके छह एयरबेस नष्ट किए, जिन्हें रिपेयर करने में उन्हें कई साल लग जाएंगे। वहीं, भारत में जो नुकसान हुआ है, अधिक से अधिक कुछ महीने में ही सब ठीक हो जाएगा।”
सेहगल ने कहा कि पाकिस्तान की सेना की छवि गिर चुकी थी। उनकी आवाम का अपनी सेना पर भरोसा खत्म हो गया था। लोगों को पता लग गया है कि पाकिस्तान की मुसीबत की जड़ पाकिस्तानी आर्मी है। साथ ही शहबाज शरीफ की सरकार पर भी लोगों का भरोसा खत्म हो गया। उनके पार्लियामेंट के अंदर एक सांसद ने साफ तौर पर शहबाज शरीफ को गीदड़ और प्रधानमंत्री मोदी को शेर बताया था। इस माहौल का फायदा बीएलए और तालिबान ने उठाया।
–आईएएनएस
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