भारत में समय-समय पर आदर्शों और आकांक्षाओं को पूरा करने वाले अवतार हुए : दत्तात्रेय होसबोले


मुंबई, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) के एक कार्यक्रम में संगठन के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने अहिल्याबाई होलकर को याद किया। उन्होंने अहिल्याबाई और छत्रपति शिवाजी महाराज को अच्छा शासक बताते हुए कहा कि आदर्शों और आकांक्षाओं को पूरा करने वाले अवतार समय-समय पर देश में हुए हैं।

एक पुराना वाकया याद करते हुए दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, “पिछले साल नागपुर में संघ की प्रतिनिधि बैठक हुई थी। इसमें पूरे समाज से लोक माता अहिल्याबाई होल्कर जयंती कार्यक्रम में शामिल होने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने तथा लोगों के बीच विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया था। कार्यक्रम में कोई कमी रह गई हो तो आयोजकों ने माफी मांगी। मुझे लगता है कि कार्यक्रम में कोई कमी नहीं है। हालांकि, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कोई महिला होती तो और भी मजेदार होता।”

उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई होल्कर का नाम इतिहास में एक नक्षत्र की तरह अमर हो गया है। उनके जीवन की हर घटना पर धारावाहिक, नाटक या फिल्म बनाई जा सकती है।”

सुशासन की बात करते हुए दत्तात्रेय ने कहा, “आज पूरे देश में सुशासन की चर्चा चल रही है। कोई भी समाज चाहता है कि राज्य अच्छे से चले और हम सुखी रहें। इसलिए आदर्शों और आकांक्षाओं को पूरा करने वाले अवतार समय-समय पर इस भूमि पर आए हैं। सुशासन की बात करने का नैतिक अधिकार श्रीराम से शुरू होता है। रामराज सिर्फ एक विचार नहीं है, यह कई तरह से बना है।”

छत्रपति शिवाजी महाराज का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज के सुशासन के बारे में सभी जानते हैं। राज्य कैसे चलाना चाहिए और उसकी नीतियां क्या होनी चाहिए? शिवाजी महाराज ने यही सिखाया था। राज्य-शक्ति और कानून की मदद से राज्य चलता है। कानून, नैतिक बल और धर्मराज के विचार से राज्य चलना चाहिए।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे


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