साइक्लोथॉन-2.0 : नशे के खिलाफ हरियाणा की जंग, महेंद्रगढ़ में साइकिल यात्रियों का जोरदार स्वागत


महेंद्रगढ़, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए शुरू की गई साइक्लोथॉन-2.0 यात्रा 7 अप्रैल को महेंद्रगढ़ जिले के बाघोत गांव पहुंची। इस अभियान को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 6 अप्रैल को हिसार से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। “एक साइकिल यात्रा नशा मुक्ति के नाम” थीम पर आधारित यह यात्रा युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दे रही है। बाघोत में साइकिल सवारों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। इस मौके पर उपायुक्त डॉ. विवेक भारती, विधायक कंवर सिंह यादव, अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।

हरियाणा उदय आउटरीच कार्यक्रम के तहत ड्रग फ्री हरियाणा अभियान का हिस्सा यह साइक्लोथॉन पूरे प्रदेश में जागरूकता फैला रहा है। 7 अप्रैल को यह यात्रा बाघोत से नारनौल तक गई। अगले दिन, 8 अप्रैल को नारनौल के आईटीआई से विधायक ओम प्रकाश यादव इसे रेवाड़ी के लिए रवाना करेंगे। महेंद्रगढ़ जिले में इस अभियान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जिले के 47 हजार से ज्यादा लोगों ने इसमें हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। हिसार 43,551 पंजीकरण के साथ दूसरे नंबर पर रहा।

हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) इस अभियान की अगुवाई कर रहा है। यात्रा के साथ “नमक लोटा जत्था” और “नुक्कड़ नाटक” भी चल रहे हैं, जो लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं। नमक लोटा जत्था एक मटकी लेकर चलता है, जिसमें रास्ते में मिलने वाले लोग एक चुटकी नमक डालकर नशे से दूर रहने की शपथ लेते हैं। यह हरियाणवी संस्कृति का हिस्सा है और इसका मकसद सामुदायिक संकल्प और जागरूकता से नशे को खत्म करना है।

साइक्लोथॉन-2.0 के सांस्कृतिक प्रभारी अनिल कौशिक ने बताया कि इस यात्रा में दो हजार से ज्यादा युवा साइकिल सवार शामिल हैं। उन्होंने कहा, “भारत की संस्कृति में युवाओं का बड़ा महत्व है, लेकिन पश्चिमी प्रभाव के कारण आज कई युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं। नशा अपराध की जड़ है। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के मुताबिक, 90 फीसदी अपराध नशे से जुड़े हैं।”

उन्होंने अफीम, चरस, हेरोइन जैसे नशों के खतरों को समझाया और कहा कि अगर ये अच्छे होते, तो सरकार इन्हें बेचने की इजाजत दे देती। नशा मुक्त हरियाणा के लिए सबके सहयोग की जरूरत है।

उपायुक्त डॉ. विवेक भारती ने कहा कि जिला प्रशासन जनता के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बना रहा है। रास्ते में हर गांव में साइकिल सवारों का भव्य स्वागत हुआ। 7 अप्रैल को यह यात्रा चरखी दादरी के चिड़िया गांव से महेंद्रगढ़ के बाघोत पहुंची। यहां से सेहलंग, मालड़ा, माजरा कला, माजरा खुर्द, नांगल सिरोही और हुडिना होते हुए नारनौल तक गई। 8 अप्रैल को यह नारनौल से बाछौद, खोड़, सलीमपुर और चंदपुरा होते हुए रेवाड़ी में प्रवेश करेगी।

अनिल कौशिक ने कहा, “हरियाणा पुलिस और नारकोटिक्स विभाग के डीजीपी शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में यह अभियान चल रहा है। पिछले एक महीने से पुलिस के प्रयासों का असर दिख रहा है। नुक्कड़ नाटक, रागिनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को नशे के खिलाफ प्रेरित किया जा रहा है।”

उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रयासों की तारीफ की और रामपुर गुलगमन में हुए लाइट एंड साउंड शो का जिक्र किया, जो लोगों को जागरूक करने में सफल रहा।

यह यात्रा 27 अप्रैल को डबवाली में खत्म होगी। इसमें नामी खिलाड़ी, कलाकार और युवा भी शामिल हो रहे हैं। यह अभियान नशे के खिलाफ लड़ाई को जन-आंदोलन बनाने की कोशिश है, ताकि हरियाणा नशा मुक्त और समृद्ध बन सके।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी


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