मिचौंग चक्रवात पांच दिसंबर को दोपहर 12.30 बजे के करीब आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में समुद्र तल से टकराया। इस दौरान चक्रवात की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर थी। मौसम विभाग के अनुसार तट से टकराने के बाद यह कमजोर पड़ गया है। हालांकि ओडिशा और पूर्वी तेलंगाना के दक्षिणी हिस्से में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
तेज हवा के साथ भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त
मिचौंग चक्रवात के चलते मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में जमकर बारिश हुई। वहीं, बिहार के कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश का सिलसिला जारी है। चक्रवात के बापटल तट से टकराने के बाद ऊंची लहरों के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान 200 एमएम से अधिक बारिश होने की संभावना है।
तूफान के चलते नौ हजार से अधिक लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है।
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भारी तबाही
मिचौल चक्रवात से आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भारी तबाही मची है। सड़के क्षतिग्रस्त हो गईं हैं, जगह-जगह पेड़ गिरने से मार्ग बाधित हो गए, नदियां, नहरें, नाले और तालाब उफान पर हैं। हजारों एकड़ फसलें डूब गई। तमिलनाडु में तूफान की वजह से मरने वालों की संख्या 17 हो गई है। इसके साथ ही चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है।