नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस) देश में ग्रामीण इलाकों में विद्युतीकरण और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होने से जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। वहीं, देश में 5 लाख रुपये से ज्यादा की आय अर्जित करने वाले 60 प्रतिशत परिवार शीर्ष 20 प्रतिशत जिलों (150) में रहते हैं। एक रिपोर्ट में मंगलवार को जानकारी दी गई।
रिपोर्ट में बताया गया कि देश के ग्रामीण इलाकों में विद्युतीकरण पिछले चार वर्षों में 17 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया है। इससे देश की अर्थव्यवस्था और इन इलाकों में जीवन स्तर की गुणवत्ता को बढ़ाने में सफलता मिली है।
स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार देखने को मिला है। देश में प्रति हजार लोगों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की संख्या 263 से बढ़कर 903 हो गई है।
मैपमायइंडिया द्वारा समर्थित एआई-संचालित डेटा एनालिटिक्स और कंसल्टेंसी कंपनी क्लैरिटीएक्स की रिपोर्ट में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 788 जिलों में उच्च खपत वाले बाजारों के बारे में बताया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि सभी सेक्टर में बहुआयामी वृद्धि देखने को मिली है। इसकी वजह इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास होना, डिजिटलाइजेशन का आना और स्टार्टअप इकोसिस्टम का बढ़ना है।
रिपोर्ट में सभी 788 जिलों को उनके सामाजिक-आर्थिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता, वित्तीय और मोबिलिटी और कई अन्य कारकों के आधार पर रैंक किया गया है, जिसमें पिछले चार वर्षों में इन जिलों में हुए विकास को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि संकेतकों की यह विविध श्रृंखला यह पहचानने में मदद करती है कि किन जिलों में उच्च उपभोग क्षमता है और कौन से जिले उद्यम द्वारा निवेश के लिए भविष्य में आकर्षक बाजार के रूप में उभर सकते हैं।
एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि दुपहिया वाहनों से लेकर एफएमसीजी की बिक्री ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रामीण क्षेत्रों में एफएमसीजी सेक्टर में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल सकती है, जो कि पिछले साल 4.4 प्रतिशत थी।
–आईएएनएस
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