कांग्रेस का रवैया महापुरुषों के प्रति गैर-जिम्मेदाराना, जनता सिखाएगी सबक: मोहसिन रजा
लखनऊ, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को विनायक दामोदर सावरकर पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए फटकार लगाई है।
इसको लेकर भाजपा नेता मोहसिन रजा ने कहा, “हमने हमेशा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन किया है। भारतीय जनता पार्टी न्यायपालिका और संविधान में विश्वास करती है। हालांकि, कांग्रेस ने लगातार महान हस्तियों का अपमान किया है। जब भी वे बोलते हैं, चाहे देश में हो या विदेश में, वे हमारे महान नेताओं का अपमान करते हैं और यहां तक कि राष्ट्र के खिलाफ भी बोलते हैं। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। अगर आप गौर करें तो माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उन्हें एहसास हो जाना चाहिए कि अगर इस तरह के बयान जारी रहे तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस का रवैया देश और उसके महापुरुषों के प्रति गैर-जिम्मेदाराना है। जनता अब ऐसे नेताओं को सत्ता सौंपने वाली नहीं है।”
मोहसिन रजा ने वक्फ कानून से संबंधित मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड से जुड़े मामले में जवाब दाखिल किया है। जवाब में यह स्पष्ट किया गया है कि वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर विचार-विमर्श किया गया। संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की 38 बैठकों में पक्ष-विपक्ष के सांसदों ने हिस्सा लिया और कई खामियों को दूर किया गया। 2013 में कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को असीमित शक्तियां दीं, जिसके चलते सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग हुआ। बोर्ड में अपने लोगों को बिठाकर संपत्तियों का मनमाना इस्तेमाल किया गया, जिससे गरीब मुसलमानों को कोई लाभ नहीं मिला। वर्तमान संशोधन जनहित और देशहित में हैं। हमारी सरकार पारदर्शिता और गरीब मुसलमानों के कल्याण के लिए काम कर रही है, न कि उन चंद लोगों के लिए, जो वक्फ संपत्तियों को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं।
मोहसिन रजा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। 2017 से ही योगी सरकार ने मदरसों को केवल धार्मिक शिक्षा का केंद्र न बनने देने पर जोर दिया है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना, जहां मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया गया। सीएम योगी जी का विजन है कि मुस्लिम बच्चे मुख्यधारा से जुड़ें, डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, आईपीएस बनें। मदरसों में कंप्यूटरीकरण और आधुनिकीकरण से मुस्लिम समाज के बच्चों, खासकर बेटियों का उत्थान होगा। राज्य सरकारें मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए पारदर्शी और जवाबदेह व्यवस्था बनाई जा रही है।
–आईएएनएस
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