ग्रेटर हैदराबाद में कांग्रेस का खाता खाली, बीआरएस और एआईएमआईएम ने अपना किला बरकरार रखा

ग्रेटर हैदराबाद में कांग्रेस का खाता खाली, बीआरएस और एआईएमआईएम ने अपना किला बरकरार रखा

हैदराबाद, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। जहां कांग्रेस ने तेलंगाना में सत्ता हासिल कर ली है, वहीं ग्रेटर हैदराबाद में वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही, जहां 24 सीटें हैं।

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने 16 सीटें जीतकर क्षेत्र पर अपनी पकड़ जारी रखी, जबकि उसकी मित्र पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपनी सभी सात सीटें बरकरार रखीं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी अपनी एकमात्र सीट बरकरार रखी।

राजनीतिक विश्‍लेषकों का कहना है कि ग्रेटर हैदराबाद में मतदाताओं के एक वर्ग के बीच यह डर है कि सत्ता परिवर्तन से क्षेत्र में विकास प्रभावित हो सकता है, जिसने उन्हें बीआरएस को वोट देने के लिए प्रेरित किया होगा। मतदाताओं के बीच यह आशंका थी कि सरकार बदलने से कारोबारी माहौल और निवेश का प्रवाह प्रभावित हो सकता है, क्योंकि केसीआर के नेतृत्व वाली सरकार ने शहर और उसके आसपास आईटी क्षेत्र और शहरी बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दिया था।

कांग्रेस ने 2018 में दो सीटें (महेश्‍वेरम और एलबी नगर) जीती थीं, लेकिन बाद में दोनों विधायक बीआरएस में शामिल हो गए।

सबिता इंद्रा रेड्डी, जिन्हें कैबिनेट में जगह मिली थी, ने महेश्‍वेरम को बरकरार रखा, जबकि डी. सुधीर रेड्डी एलबी नगर से फिर से चुने गए।

केवल जुबली हिल्स का परिणाम घोषित होना बाकी था। जब कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन की आपत्तियों के कारण गिनती रोक दी गई, तो बीआरएस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक एम. गोपीनाथ 15,939 वोटों से आगे चल रहे थे और गिनती पूरी होने में सिर्फ एक राउंड बाकी था।

बीआरएस ने हैदराबाद (कुल 15 सीटें) में अपनी सीटें बरकरार रखीं, लेकिन निकटवर्ती जिलों मेडचल मल्काजगिरि (5) और रंगारेड्डी (4) में भी। इसने हैदराबाद में खैरताबाद, अंबरपेट, मुशीराबाद, सनथ नगर, सिकंदराबाद और सिकंदराबाद छावनी को बरकरार रखा। एआईएमआईएम ने अपनी सभी सात सीटें – चारमीनार, नामपल्ली, याकूतपुरा, बहादुरपुरा, चंद्रयानगुट्टा, कारवां और मलकपेट भी बरकरार रखीं।

भाजपा ने अपनी एकमात्र सीट गोशामहल भी बरकरार रखी।

मेडचल मल्काजगिरि जिले में बीआरएस ने सभी पांच सीटों – उप्पल, कुकटपल्ली, कुतुबुल्लाहपुर, मल्काजगिरि और मेडचल को बरकरार रखा। इसने एलबी नगर, सेरिलिंगमपल्ली, राजेंद्र नगर और महेश्‍वेरम को भी बरकरार रखा, जो रंगारेड्डी जिले में आते हैं।

कांग्रेस ने 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें जीतकर बीआरएस से सत्ता छीन ली है। बीआरएस 39 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। भाजपा और एआईएमआईएम को क्रमश: आठ और सात सीटें मिलीं। बाकी एक सीट सीपीआई ने जीत ली।

–आईएएनएस

एसजीके

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