तमिलनाडु में जहरीली शराब त्रासदी को लेकर कांग्रेस ने साधी चुप्पी, भाजपा ने उठाए सवाल

तमिलनाडु में जहरीली शराब त्रासदी को लेकर कांग्रेस ने साधी चुप्पी, भाजपा ने उठाए सवाल

 तमिलनाडु में हुई जहरीली शराब त्रासदी को लेकर कांग्रेस की चुप्पी पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। तमिलनाडु के कल्लाकुरची में मंगलवार रात जहरीली शराब पीने के बाद से अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में कहा कि यह त्रासदी मानव निर्मित आपदा है। इसका कारण द्रमुक-आइएनडीआइए गठबंधन सरकार और अवैध शराब माफिया के बीच सांठगांठ है।

पार्टी लाइन से ऊपर उठने की जरूरत

उन्होंने कहा, करुणापुरम में अनुसूचित जाति के लोग अधिक संख्या में रहते हैं। मुझे आश्चर्य हुआ कि जब इतनी बड़ी आपदा आई, कांग्रेस पार्टी ने इस पर चुप्पी साध रखी है। एससी, एसटी समुदाय का कल्याण और सुरक्षा जैसे कुछ मुद्दों पर पार्टी लाइन से ऊपर उठने की जरूरत है। खोखले शब्द, फर्जी बयानबाजी और खोखले वादे, अनुसूचित जाति के पीडि़तों और उनके परिवारों पर किए गए अन्याय को ठीक नहीं कर पाएंगे।

नड्डा ने खरगे से कहा कि वह तमिलनाडु में अपने सहयोगी द्रमुक सरकार पर सीबीआइ जांच के लिए दबाव डालें और राज्य के आबकारी मंत्री एस. मुथुसामी को उनके पद से तत्काल हटाए। उन्होंने पीडि़तों के स्वजन को दी जाने वाली मुआवजे की राशि को बढ़ाने की भी मांग की।

राहुला गांधी पर भी साधा निशाना

नड्डा ने कहा, तमिलनाडु के लोग और पूरा अनुसूचित जाति समुदाय कांग्रेस पार्टी और खासकर राहुल गांधी और आइएनडीआइए गठबंधन के नेताओं की दोहरी नीति देख रहा है। नड्डा ने खरगे से यह भी आग्रह किया कि वह राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा से कहें कि वे या तो पीडि़त परिवारों से मुलाकात करें या कम से कम इस मुद्दे पर आवाज उठाने का साहस जुटाएं। भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने भी शराब त्रासदी को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या राहुल तमिलनाडु के आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग करेंगे।

राज्यपाल से मिला तमिलनाडु भाजपा का प्रतिनिधिमंडल

तमिलनाडु भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के नेतृत्व में सोमवार को राज्यपाल आरएन रवि से राजभवन में शराब त्रासदी के संबंध में मुलाकात की। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मामले की सीबीआइ जांच करवाने का अनुरोध किया।

इस बीच अन्नाद्रमुक के नेताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ कल्लाकुरिची जिले में विरोध प्रदर्शन किया। द्रमुक ने अन्नाद्रमुक और भाजपा पर राजनीतिक लाभ पाने के लिए शराब त्रासदी का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

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