नई दिल्ली। कांग्रेस ने petrol, diesel के दामों में भारी वृद्धि के विरोध में गुरुवार को संसद के बाहर हंगामा किया और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए धरना-प्रदर्शन किया।
Congress के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विजय चौक पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए सरकार पर तीखे हमले किये और कहा कि उसे petrol, diesel की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाने चाहिए।
गांधी ने बाद में विजय चौक पर धरना दिया और प्रदर्शन किया, जिसमें राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ ही पार्टी के कई सांसदों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी कई रसोई गैस सिलिंडर लेकर प्रदर्शन स्थल पर आये थे और इस दौरान गांधी ने विरोध स्वरूप एलपीजी सिलेंडर पर माला पहनाई।
महिला कांग्रेस की सदस्यों ने संसद के बाहर संसद मार्ग पर जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसके कारण वहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। महिला प्रदर्शनकारी हाथों में कांग्रेस के झंडे और गैस सिलिंडर के पोस्टर तथा सरकार विरोधी नारे लिखे हुए पोस्टरों के साथ प्रदर्शन कर रही थीं। प्रदर्शनकारियों के गुस्से के कारण पूरे संसद मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया था। कई प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जबरन संसद परिसर में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारी बैरिकेड और भारी सुरक्षा व्यवस्था के कारण वे अंदर नहीं घुस सकीं। बाद में इनमें कई महिलाओं को बसों में बिठाकर थाने ले जाया गया और कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
इस बीच कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर हमला किया और कहा कि चुनाव के दौरान petrol, diesel and LPG की कीमतें बढ़नी रुक जाती हैं। चुनाव खत्म होते ही सरकार जनता की जेब पर डाका डालने लगती है। भाजपा सरकार को जनता को बताना चाहिए कि वह कौन सी विधि है जिससे चुनाव के समय पेट्रोलियम पदार्थों के दाम नहीं बढ़ते और वही तरीका अपनाकर जनता को बढ़ती महंगाई से राहत देनी चाहिए।