कांग्रेस नेता उदित राज ने एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान की टाइमिंग पर जताई आपत्ति

नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उनकी ओर से कहा गया कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान मार गिराए थे।
आईएएनएस से बातचीत में कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बयान इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ का मामला सामने लाए हैं, और सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा करवा रही है।
उदित राज ने दावा किया कि जो बयान अभी सामने आए हैं, अगर पहले आए होते तो भारतीय सेना के मनोबल, जनता के विश्वास और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति मजबूत होती। भारत की विदेश नीति को मजबूती मिलती, क्योंकि कई देश पाकिस्तान के साथ खड़े थे, और भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ रहा था।
कांग्रेस नेता ने तर्क दिया कि जो बयान एयर चीफ दे रहे हैं उसकी जानकारी प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को संसद में देनी चाहिए थी। लेकिन, उनकी ओर से ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चुनाव आयोग पर वोट चोरी करने का आरोप लगा है, तो ध्यान भटकाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित बयान सामने आ रहे हैं।
उदित राज ने कहा कि वह सुरक्षा बलों की बहादुरी पर सवाल नहीं उठा रहे हैं। हमारे सशस्त्र बल सर्वश्रेष्ठ हैं। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित बयान देने के लिए इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि वोट चोरी का मामला सामने आया है। कांग्रेस नेता का दावा है कि वोट चोरी के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सत्ता पक्ष कुछ भी कर सकता है, क्योंकि पूरे देश का ध्यान वोट चोरी के मामले पर चला गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर यह बयान पहले आया होता तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमें अच्छा-खासा समर्थन मिल सकता था। युद्धविराम के पीछे कथित तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हाथ था और कई देश पाकिस्तान के साथ खड़े थे। तो उन्होंने ये घोषणाएं पहले क्यों नहीं कीं? अगर उन्होंने की होतीं, तो हमारी अंतरराष्ट्रीय स्थिति अलग होती।
उदित राज ने चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी करते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने आयोग को बेईमान कहा। कांग्रेस नेता ने कहा कि आयोग का डाटा ही राहुल गांधी ने शेयर किया है। आयोग इसकी जांच कराए और अपनी गलती माने।
–आईएएनएस
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