कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर टैक्स अन्याय के जरिए कन्नड़ लोगों को उकसाने का आरोप लगाया; भाजपा ने दावे का विरोध किया

कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर टैक्स अन्याय के जरिए कन्नड़ लोगों को उकसाने का आरोप लगाया; भाजपा ने दावे का विरोध किया

बेंगलुरु, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व सांसद डीके सुरेश ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार टैक्स अन्याय के जरिए कन्नड़ लोगों को उकसा रही है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व सांसद के इस दावे का विरोध किया है।

डीके सुरेश ने कहा, “कर्नाटक और अन्य दक्षिणी राज्यों के साथ बार-बार टैक्स आवंटन में धोखाधड़ी की जा रही है। केंद्र सरकार कर्नाटक और दक्षिण भारत के लोगों को उकसा रही है।”

केंद्र सरकार की ओर से गुरुवार को जारी टैक्स वितरण लिस्ट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं कन्नड़ लोगों के साथ हो रहे अन्याय से बहुत दुखी हूं। देश में दूसरे सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले राज्य कर्नाटक को केवल 6,498 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।”

उन्होंने कहा, “दक्षिणी राज्यों को मिलाकर 28,152 करोड़ रुपये दिए गए हैं। जबकि, अकेले उत्तर प्रदेश को 31,962 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। केंद्र सरकार कम से कम मौजूदा अन्याय को तो सुधार सकती थी।”

डीके सुरेश ने कहा, “केंद्र सरकार को दक्षिणी राज्यों को भी उतनी ही प्राथमिकता देनी चाहिए जितनी वे उत्तरी राज्यों को देती है। उन्हें हमारे राज्यों के विकास में सहयोग देने के बारे में सोचना चाहिए।”

उन्होंने पूछा, “कर्नाटक से भाजपा और सहयोगी दलों समेत 19 सांसद भेजने के बावजूद हमारे प्रति यह रवैया क्यों? पिछले पांच चुनावों में कर्नाटक ने सबसे अधिक सांसद भेजे हैं। कर्नाटक के लोगों के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों?”

वहीं भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) एन. रवि कुमार ने सुरेश के दावों का खंडन किया है। एन. रवि कुमार ने केंद्र में लगातार कांग्रेस सरकारों द्वारा कर्नाटक को कितनी टैक्स राशि दी गई, इसके आंकड़ों की मांग की है।

रवि कुमार ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हम यह आंकड़े जारी करने के लिए तैयार हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की है। हमारी सरकार ने कर्नाटक और अन्य दक्षिणी राज्यों को कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की तुलना में अधिक धनराशि दी है और कोई अन्याय नहीं हुआ है।”

–आईएएनएस

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