सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार शाम गोरखपुर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सांसद रवि किशन शुक्ल के सौजन्य से उपलब्ध कराए गए 19 हेल्थ एटीएम का लोकार्पण किया। इसके बाद योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रेडक्रॉस सोसाइटी की तरफ से गोद लिए गए 500 टीबी रोगियों को पोषण पोटली एवं 500 बालिकाओं को हाइजीन किट वितरण का भी शुभारंभ किया। सीएम के अपने पांच टीबी रोगियों को पोषण पोटली और पांच बालिकाओं को हाइजीन किट तथा दो लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड का प्रमाण पत्र वितरित किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ एटीएम और टेली कंसल्टेशन जैसी टेक्नोलॉजी से सुदूर क्षेत्र में बैठा व्यक्ति भी देश-दुनिया के प्रख्यात अस्पतालों या डॉक्टरों से जुड़कर, अपनी जांच रिपोर्ट भेजकर परामर्श ले सकता है। हेल्थ एटीएम से 62 प्रकार की जांच हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों के लिए हेल्थ एटीएम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे जांच कराकर लोग टेली कंसल्टेशन से दिल्ली-मुंबई के चिकित्सकों की सेवा ले सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि टेक्नोलॉजी काम को कैसे आसान कर सकती है, इसे कोरोना काल में सबने देखा है। कोरोना काल के शुरुआती दौर में प्रदेश के 36 जिलों में आईसीयू बेड और आवश्यक मानव संसाधन नहीं थे। तब टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर टेली कंसल्टेशन और वर्चुअल आईसीयू की सेवा शुरू की गई। राजधानी लखनऊ स्थित केजीएमयू, एसजीपीजीआई और आरएमएल अस्पतालों को इसमें लगाया गया जो पीएचसी से लेकर जिला अस्पतालों तक समस्या का समाधान करती रहीं। सरकार के प्रयास से सभी 75 जिलों में आसीईयू सेवा शुरू हो गई।
स्वस्थ होने पर ही सशक्त, समर्थ और खुशहाल बनेगा समाज व राष्ट्र
मुख्यमंत्री ने टीबी रोगियों को गोद लेने की रेडक्रॉस सोसाइटी की पहल की सराहना करते हुए कहा कि टीबी का उपचार संभव है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2030 तक टीवी के उन्मूलन की समय सीमा तय की है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक ही देश से टीबी के उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सबसे बड़ी भूमिका सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने में समाज को भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि जब समाज स्वस्थ होगा तो वह सशक्त बनेगा।
सशक्त होने पर ही समर्थ होगा और समाज के समर्थ होने पर ही समाज व राष्ट्र में खुशहाली आएगी। सामुदायिक कार्य के लिए सामाजिक जिम्मेदारी को समझना आवश्यक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे टीबी रोगियों का हाल-चाल लें। उन्हें पोषण किट, सरकार से प्रतिमाह प्राप्त होने वाले 500 रुपये और अन्य सुविधाओं के प्रति जागरूक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है और टीबी रोगियों की मदद कर आप एक प्रकार से ईश्वरीय कार्य में सहभागी बनेंगे। उन्होंने टीबी रोगियों से नियमित दवा लेने का आह्वान किया तो स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि पोषण का पैसा नियमित दिया जाना सुनिश्चित होना चाहिए।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी हो रहा नए भारत का दर्शन
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र की तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी नए भारत का दर्शन हो रहा है। उन्होंने कहा कि छह-सात वर्ष पूर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेज के नाम पर सिर्फ बीआरडी मेडिकल कॉलेज था और खुद उसका ही स्वास्थ्य खराब रहता था। आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज तो अच्छा हुआ ही है, गोरखपुर को एम्स भी मिल चुका है। देवरिया, सिद्धार्थनगर, बस्ती, बहराइच में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। कुशीनगर, महाराजगंज, गोंडा व बलरामपुर जिले में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। डबल इंजन की सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है।
इंसेफेलाइटिस से मौतों पर चैन की वंशी बजाते थे जाति, मत, मजहब के नाम पर बांटने वाले
पूर्वी उत्तर प्रदेश में 2017 के पूर्व इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों और अब इसके नियंत्रण की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कुछ पार्टियों का नाम लिए बिना तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चालीस वर्षों में 50 हजार बच्चे इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हुए, ज्यादातर की मौत हो गई। जब दलितों, गरीबों, अल्पसंख्यकों के बच्चे दम तोड़ रहे थे तब जाति, मत, मजहब के नाम पर बांटने की राजनीति करने वाले चैन की वंशी बजाकर ऐशोआराम की जिंदगी जी रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की कमी इंसेफेलाइटिस की एक बड़ी वजह थी। 2017-18 से उन्होंने इसके नियंत्रण के लिए जो कार्यक्रम शुरू कराए, उनमें जागरूकता को सर्वाधिक महत्व दिया गया। परिणाम है कि आज इंसेफेलाइटिस पूरी तरह नियंत्रित है।
विकसित भारत के संकल्प के साथ दी नववर्ष की बधाई
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को नववर्ष 2024 की बधाई देने के साथ आह्वान किया कि सभी लोग स्वच्छता, सुरक्षा और प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप देश को विकसित बनाने में अपना योगदान देने का संकल्प लेकर नववर्ष मनाएं।
सांसद रविकिशन के साथ की ठिठोली
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान सांसद रविकिशन के साथ ठिठोली भी की। रविवार देर शाम सांसद की तरफ से रामगढ़ताल पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि वहां रविकिशन जी ने भोजन की भी व्यवस्था की है। सीएम के इस परिहास पर सांसद रविकिशन हाथ जोड़कर खड़े हो गए और बोल पड़े, महराज जी भोजन की व्यवस्था नहीं है। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों के साथ मुख्यमंत्री भी हंसने लगे और यह कहकर माहौल को और मुस्कुराहट से भर दिया, ‘अच्छा सिर्फ भजन कराएंगे, भोजन नहीं कराएंगे।’
टीबी रोगियों से बोले सीएम, दवा नियमित लेते रहें
टीबी रोगियों को पोषण पोटली देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे आत्मीय संवाद भी किया और सबको अभिभावक की तरह समझाया कि दवा नियमित लेते रहें।
हेल्थ एटीएम पर सीएम योगी ने कराई अपनी जांच
हेल्थ एटीएम का फीता काटकर लोकार्पण करने के साथ ही सीएम योगी ने खुद की जांच भी कराई। लोकार्पण से पूर्व उन्होंने रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टालों का निरीक्षण भी किया।
सीएम योगी के कार्यों सेप्रभावित होकर सामाजिक सरोकार निभाने आगे आ रही संस्थाएं
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने बताया कि आज लोकार्पित हुए हेल्थ एटीएम स्माइल फाउंडेशन ने उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से प्रभावित होकर अनेक संस्थाएं सामाजिक सरोकारों के निर्वहन को आगे आ रही हैं। इस अवसर पर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टेट ब्रांच के वाइस चेयरमैन अखिलेन्द्र शाही, गोरखपुर ब्रांच के चेयरमैन शिवेंद्र विक्रम सिंह, सेक्रेटरी अजय प्रताप सिंह, डॉ दिनेश मणि त्रिपाठी, पुनीत जैन, नागेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना, भानु प्रताप सिंह, धर्मेंद्र सिंह, विशाल आदि मौजूद रहे।
चार बड़े डोनर्स को सम्मानित किया सीएम योगी ने
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेडक्रॉस सोसाइटी से जुड़े चार बड़े डोनर्स को सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में डॉ आलोक पांडेय, ईश्वरचंद जायसवाल, अजय शाही व इंद्रजीत सिंह शामिल हैं।
पोषण पोटली के साथ टीबी रोगियों को मिला कंबल
इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के गोरखपुर ब्रांच के चेयरमैन शिवेंद्र विक्रम सिंह व सेक्रेटरी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि रेडक्रॉस सोसाइटी की तरफ से गोद लिए गए 500 टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत पोषण पोटली दी जा रही है। इस पोटली में एक किलो मूंगफली, एक किलो भुना चना, एक किलो गुड़, एक किलो सत्तू, एक किलो तिल/गजक और एक किलो न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट होगा। इसके साथ ही सर्द मौसम को देखते हुए रोगियों को च्यवनप्राश और कम्बल भी दिया जा रहा है। इसके अलावा 500 बालिकाओं को हाइजीन किट दिया जा रहा है।