जीवन भर वीवीआईपी ट्रीटमेंट लेने वाले महाकुंभ को लेकर कर रहे दुष्प्रचार : सीएम योगी


लखनऊ, 11 फरवरी (आईएएनएस)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की अंत्योदय की सोच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रही है।

उन्होंने गरीबी उन्मूलन के खोखले नारों पर विपक्ष को घेरा, साथ ही सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने वालों पर भी करारा प्रहार किया। सीएम योगी ने कहा कि जीवन भर वीवीआईपी ट्रीटमेंट लेने वाले लोग आज महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार में जुटे हैं।

भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य, अंत्योदय एवं एकात्म मानववाद दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

पंडित उपाध्याय के आदर्शों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का कल्याण और विकास पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का सपना था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार पंडित उपाध्याय के सपनों को पूरा कर रही है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का यह मत था कि किसी भी देश की प्रगति का मापदंड ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति की समृद्धि से नहीं बल्कि सबसे अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन स्तर से किया जाना चाहिए। उनकी इसी सोच को केंद्र में रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया।

सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों ने गरीबी हटाने के बड़े-बड़े नारे दिए, लेकिन गरीबों की संख्या लगातार बढ़ती रही। वहीं, मोदी सरकार ने बीते 11 वर्षों में गरीबों को सशक्त बनाने का कार्य किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, जल जीवन मिशन और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं की चर्चा की।

उन्होंने बताया कि अब तक 4 करोड़ गरीबों को मकान मिल चुके हैं, 12 करोड़ शौचालय बने हैं, 10 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। ये सभी योजनाएं अंत्योदय के मंत्र को साकार कर रही हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष द्वारा महाकुंभ को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 29 दिन में 45 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है, जो एक ऐतिहासिक घटना है। भारत और चीन के बाद दुनिया के किसी देश की आबादी 45 करोड़ नहीं है, एक अस्थाई शहर में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आकर डुबकी लगाए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे वीआईपी स्नान से जोड़कर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच यह है कि महाकुंभ समरसता और आस्था का संगम है, जहां जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेदभाव को खत्म करके सभी श्रद्धालु एक साथ जुड़ते हैं। लेकिन ये नकारात्मकता फैलाने वाले कौन लोग हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने जीवन भर सरकार से वीवीआईपी ट्रीटमेंट लिया है और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक रास्ता खोलने का प्रयास किया था। ये वही लोग हैं जो नकारात्मकता पैदा करके भारत और सनातन के विरोध में सदैव खड़े रहते हैं और दुष्प्रचार करने में मशगूल रहते हैं।

सीएम योगी ने विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने वाले लोगों पर भी तंज कसते हुए कहा कि जब भी कोई नई योजना शुरू होती है, तो कुछ लोगों को केवल कमियां निकालने की आदत होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ‘जब पाइपलाइन बिछाई जाती है, तो सड़क खुदाई के कारण खराब हो जाती हैं, लेकिन जब वह कार्य पूरा होता है, तो लोगों को सुविधा मिलती है।’

उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हम 4 करोड़ लोगों को आवास देते हैं तो वे कहते हैं कि अभी बहुत लोग बाकी हैं। उनको बताना चाहता हूं कि 3 करोड़ आवास और स्वीकृत किए जा चुके हैं। जो लोग पहले केवल वीआईपी सुविधाएं भोगते थे, वही आज आम जनता को मिल रही सुविधाओं पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ गरीबी हटाने के नारे देती रहीं, लेकिन हकीकत में गरीबों की संख्या लगातार बढ़ती गई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से गरीबी उन्मूलन का वास्तविक कार्य किया।

सीएम योगी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय की बात करने वाले ज्योतिपुंज थे। उन्होंने समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के कल्याण को राजनीतिक चिंतन का एजेंडा बनाया था। उनके इस चिंतन का आज असर दिखता है। आज एकात्म मानववाद की ताकत दुनिया देख रही है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने समाज को साथ लेकर चलने का विचार दिया। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति सिर्फ पास-पास होता है लेकिन साथ नहीं होता, तो अकेलापन और डिप्रेशन जन्म लेता है। यही स्थिति समाज के साथ भी होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को अपनाकर इसी सोच को धरातल पर उतारा है। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे और सरकार उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित है।

–आईएएनएस

एसके/एएस


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