किमची की बारे में अलग भाषा में अलग जानकारी देता है चीनी डीपसीक : सियोल जासूसी एजेंसी
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सियोल, 9 फरवरी (आईएएनएस)। चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल डीपसीक अलग-अलग भाषाओं में संवेदनशील सवालों के अलग-अलग जवाब देता है। उदाहरण के लिए, जब कोरियाई भाषा में पूछा गया कि किमची की उत्पत्ति कहां से हुई है, तो इसने कोरिया को इसका मूल बताया। लेकिन चीनी भाषा में पूछने पर इसे चीन का बताया। यह जानकारी सियोल की खुफिया एजेंसी ने दी है।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) ने यह भी पाया कि डीपसीक अपने विज्ञापनदाताओं को उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी तक असीमित पहुंच देता है। चीनी कानूनों के तहत, यह डेटा चीनी सरकार को भी दिया जा सकता है।
डीपसीक की सुरक्षा को लेकर विवाद बढ़ने पर दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने इसकी वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। जब एनआईएस ने पूछा कि किमची कहां की डिश है, तो कोरियाई भाषा में इसका जवाब था, “यह कोरिया का पारंपरिक व्यंजन है, जो उसकी संस्कृति और इतिहास से जुड़ा है।” लेकिन चीनी भाषा में जवाब मिला, “इसका मूल कोरिया नहीं, बल्कि चीन है।” अंग्रेजी में पूछने पर इसे फिर से कोरिया से जुड़ा बताया गया।
चीन के ‘नॉर्थईस्ट प्रोजेक्ट’ पर कोरियाई भाषा में डीपसीक ने कहा कि इस पर पड़ोसी देशों की अलग-अलग राय है। लेकिन अंग्रेजी और चीनी में इसे चीन के राष्ट्रीय हित में एक वैध परियोजना बताया।
दक्षिण कोरिया के दानो फेसटिवल पर कोरियाई भाषा में इसे कोरियाई परंपरा बताया गया, जबकि चीनी और अंग्रेजी में इसे चीनी त्योहार बताया गया।
एजेंसी ने बताया कि अन्य एआई सेवाएं, जैसे ओपनएआई का चैटजीपीटी और दक्षिण कोरियाई कंपनी नेवर का क्लोवरएक्स, हर भाषा में एक जैसा जवाब देते हैं, लेकिन डीपसीक में ऐसा नहीं है।
एनआईएस ने यह भी पाया कि डीपसीक उपयोगकर्ताओं की टाइपिंग पैटर्न को रिकॉर्ड करता है, जिससे व्यक्ति की पहचान की जा सकती है। साथ ही, यह चैट रिकॉर्ड जैसी जानकारी चीन में स्थित सर्वरों पर भेज सकता है।
डीपसीक उपयोगकर्ताओं की जानकारी को बिना किसी सीमा के विज्ञापनदाताओं के साथ साझा करता है और यह स्पष्ट नहीं है कि डाटा कितने समय तक रखा जाता है। इसके सेवा नियमों के अनुसार, चीनी सरकार उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी और इनपुट डाटा को देख सकती है।
इस सुरक्षा खतरे को देखते हुए, एनआईएस ने सभी सरकारी एजेंसियों को चेतावनी दी है कि वे डीपसीक जैसे एआई टूल्स का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
–आईएएनएस
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