चीन की स्मार्ट कृषि अफ्रीका में ला रही है कृषि आधुनिकीकरण की नई क्रांति


बीजिंग, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। दुनिया को सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने वाली चीन की पहली अंतरिक्ष अवसंरचना ‘पेइतो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली’ अब अफ्रीकी देशों में भी नई दिशा दे रही है।

इस प्रणाली और उससे जुड़े उत्पादों का बढ़ता उपयोग चीन-अफ्रीका कृषि सहयोग के विकास को गति दे रहा है और अफ्रीका में कृषि आधुनिकीकरण का एक नया इंजन बन गया है।

मोजाम्बिक के गाजा प्रांत के जाई-जाई शहर में स्थित चीन-अफ्रीका सहकारी कृषि पार्क में अब ड्रोन तकनीक के माध्यम से फसलों पर छिड़काव किया जा रहा है। मार्ग और वापसी बिंदु निर्धारित करने के बाद, कर्मचारी केवल एक बटन दबाते हैं और ड्रोन निर्धारित रास्ते पर उड़ान भरते हुए सटीक छिड़काव पूरा कर देता है।

जानकारी के अनुसार, इस चीन-अफ्रीका कृषि सहयोग परियोजना में खेतों की भूमि का डिजिटल मानचित्रण, चावल की बुवाई, और कीटनाशक छिड़काव जैसे कार्यों में बड़े पैमाने पर पौध संरक्षण ड्रोन का उपयोग किया गया है। अब तक इन ड्रोन ने कुल 5,333 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सफल संचालन किया है, जिससे फसल उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

वर्तमान में कई मोजाम्बिकवासी चीनी कृषि विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और आधुनिक रोपण तकनीकें सीख रहे हैं। इन प्रयासों से न केवल किसानों के कृषि कौशल में सुधार हुआ है, बल्कि उनकी आय में भी लगातार वृद्धि हुई है।

मोजाम्बिक के कृषि मंत्री ने देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाने में चीनी कृषि प्रौद्योगिकी की भूमिका के लिए चीन के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया है।

गौरतलब है कि चीन अब तक 20 से अधिक अफ्रीकी देशों और क्षेत्रीय संगठनों के साथ कृषि सहयोग तंत्र स्थापित कर चुका है। आने वाले समय में अफ्रीका में और भी अधिक उन्नत चीनी कृषि उपकरण और तकनीकें पेश की जाएंगी।

चीन की स्मार्ट कृषि न केवल अफ्रीका की उत्पादन क्षमता को बढ़ा रही है, बल्कि उसकी कृषि विकास क्षमता को भी सशक्त बना रही है। चीनी तकनीक अब अफ्रीका के ‘अन्न भंडार’ को समृद्ध बनाने में अहम योगदान दे रही है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एबीएम/


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