स्टॉकहोम में चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक वार्ता का आयोजन

बीजिंग, 30 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी उप प्रधानमंत्री ह लीफंग और अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट व व्यापारिक प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने 28 और 29 जुलाई को स्वीडन के स्टॉकहोम में चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक वार्ता का आयोजन किया।
दोनों पक्षों ने चीन-अमेरिका आर्थिक व व्यापारिक संबंध और समग्र आर्थिक नीति आदि समान दिलचस्पी वाले मुद्दों पर खुला, गहन और रचनात्मक आदान-प्रदान किया।
दोनों पक्षों ने चीन-अमेरिका जिनेवा आर्थिक व व्यापारिक वार्ता में मिली सहमति और लंदन ढांचे के कार्यान्वयन की स्थिति का सिंहावलोकन किया और इसकी प्रशंसा की।
वर्तमान वार्ता की सहमति के अनुसार, दोनों पक्ष निलंबित 24 प्रतिशत अमेरिकी पारस्परिक टैरिफ और चीन के जवाबी उपाय को 90 दिनों के लिए बढ़ाना जारी रखेंगे।
चीनी उप प्रधानमंत्री ह लीफंग ने कहा कि चीन और अमेरिका के आर्थिक और व्यापारिक दलों को 5 जून को दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच फोन पर हुई महत्वपूर्ण सहमति के अनुसार, आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण अस्तित्व, सहयोग और समान जीत के सिद्धांत पर एक-दूसरे की चिंता का सम्मान कर सहमति मजबूत करने के साथ आपसी विश्वास बढ़ाना होगा।
ह लीफंग ने कहा कि चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों पर चीन का रुख सतत है। चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों का सार पारस्परिक लाभ और समान जीत है। आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में दोनों पक्षों के व्यापक समान हित और सहयोग की विशाल संभावना है। स्थिर, स्वस्थ और अनवरत चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंध न सिर्फ दोनों पक्षों के विकास के लिए लाभदायक है, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था के विकास और स्थिरता के लिए भी लाभदायक होगा।
ह लीफंग ने कहा कि आने वाले समय में दोनों पक्ष नेताओं के बीच संपन्न अहम सहमति के अनुसार चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक परामर्श तंत्र की भूमिका अच्छे से निभाएंगे, ताकि सहमति बढ़ सके, गलतफहमी कम हो सके और सहयोग मजबूत हो सके।
वहीं, अमेरिकी पक्ष ने कहा कि स्थिर अमेरिका-चीन आर्थिक और व्यापारिक संबंध न सिर्फ दोनों देशों, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। अमेरिका चीन के साथ आर्थिक और व्यापारिक परामर्श तंत्र के जरिए मतभेदों का निपटारा करना चाहता है, ताकि और अधिक उपलब्धियां हासिल हो सकें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
एबीएम/