चीन ने आधुनिक परिवहन और रसद प्रणाली के निर्माण में तेजी लाई


बीजिंग, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि रसद वास्तविक अर्थव्यवस्था की ‘जीवनरेखा’ है, जो उत्पादन और उपभोग, घरेलू और विदेशी व्यापार को जोड़ती है। समग्र सामाजिक रसद लागत को प्रभावी ढंग से कम करना, उद्योगों की मुख्य प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और आर्थिक दक्षता में सुधार करना आवश्यक है।

14वीं पंचवर्षीय योजना अवधि (2021-2025) के दौरान, चीन ने आधुनिक परिवहन और रसद प्रणाली के निर्माण में तेजी लाई, एकीकृत राष्ट्रीय बाजार के निर्माण में सेवा की। रसद उद्योग की आपूर्ति श्रृंखलाओं को स्थिर करने की क्षमता में लगातार सुधार हुआ है, जिससे नए विकास पैटर्न के निर्माण को मजबूत समर्थन मिला है।

14वीं पंचवर्षीय योजना के समापन के साथ, चीन के रसद उद्योग में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुईं। चीन-यूरोप रेलवे एक्सप्रेस की संख्या 1,20,000 से अधिक हो गई है और वे 26 यूरोपीय देशों के 232 शहरों तक पहुंच रही हैं। इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर तक, चीन की कुल सामाजिक रसद मात्रा 2,937 खरब युआन तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.1% की वृद्धि है, और बाजार का आकार लगातार दसवें वर्ष विश्व में पहले स्थान पर रहने की उम्मीद है।

ये स्पष्ट आंकड़े चीन के आधुनिक रसद उद्योग के ‘बड़े’ से ‘मजबूत’ बनने की दिशा में की गई उल्लेखनीय प्रगति को दर्शाते हैं, जो चीन के आर्थिक विकास की प्रबल ऊर्जा को प्रतिबिंबित करते हैं।

14वीं पंचवर्षीय योजना अवधि के दौरान, चीन के व्यापक त्रि-आयामी परिवहन नेटवर्क की कुल लंबाई 60 लाख किलोमीटर से अधिक हो गई। रसद का पैमाना लगातार बढ़ा और विकास की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हुआ, जिससे आधुनिक रसद के उच्च-गुणवत्ता वाले विकास को व्यवस्थित रूप से बढ़ावा देने और ‘चैनल + हब + नेटवर्क’ की आधुनिक रसद संचालन प्रणाली स्थापित करने के एक नए चरण में प्रवेश हुआ।

15वीं पंचवर्षीय योजना में ‘एकीकृत संचलन नियमों और मानकों को संपूर्ण करने, बाजार सुविधाओं को उच्च स्तर से जोड़ने और पूरे समाज के लिए रसद लागत को कम करने’ का प्रस्ताव रखा गया है। इसने सेवा उद्योग के उच्च गुणवत्ता और कुशल विकास को बढ़ावा देने, आधुनिक अवसंरचना प्रणाली का निर्माण करने, समेत कई पहलुओं में परिवहन और रसद के विकास के लिए महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं की हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एबीएम/


Show More
Back to top button