ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों ने 165 किमी तैराकी कर बनाया विश्व रिकॉर्ड

ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों ने 165 किमी तैराकी कर बनाया विश्व रिकॉर्ड

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर (एएसडी) से पीड़ित बच्चों के एक समूह ने अनोखी उपलब्धि हासिल की। उन्होंने हाल ही में कुड्डालोर से चेन्नई तक समुद्र में 165 किमी की तैराकी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उन्हें मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

ऑटिज्म एक तरह का न्यूरोलाजिकल डिसआर्डर है। इसमें पीड़ित बच्चे को बातचीत करने में, पढ़ने-लिखने में और लोगों के बीच मेलजोल बनाने में परेशानी होती हैं। इनके सीखने, आगे बढ़ने और ध्यान देने के तरीके भी अलग-अलग हो सकते हैं।

मुझे तैराकी करने वाले सभी बच्चों पर गर्व है- कोच

यादवी स्पोर्ट्स एकेडमी फार स्पेशल नीड्स के संस्थापक व मुख्य कोच सतीश शिवकुमार ने बताया कि नौ से 19 वर्ष की आयुवर्ग के 14 बच्चों ने चार दिनों में रिले प्रारूप में तटीय क्षेत्र में तैराकी कर कुड्डालोर से चेन्नई तक 165 किलोमीटर की दूरी तय की और वर्ल्ड रिकार्ड बना दिया। इस दौरान एहतियात के तौर पर नावों में उनके प्रशिक्षक मौजूद रहे। मुझे तैराकी करने वाले सभी बच्चों पर गर्व है। आज वे गर्व से बाधाओं को तोड़ने की क्षमता रखने वाले प्रमाण के रूप में खड़े हैं।

विकलांगता को लेकर तमिलनाडु के पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कही ये बात

बच्चों को सम्मानित करते हुए तमिलनाडु के पूर्व पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू ने कहा कि प्रतिभागियों में से तीन बच्चों ने लगातार 17 किमी और एक बच्ची ने 10 किमी तैराकी की। उन्होंने दिखाया कि उनकी विकलांगता दुनिया के सामने उनकी क्षमता प्रदर्शित करने में बाधा नहीं बन सकती है।

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