पुलिस ने मंगलवार को बच्चा बेचने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडफोड़ कर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। ये बच्चे दिल्ली की दो महिलाएं एवं पुणे का एक व्यक्ति गिरोह को मुहैया कराता था। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 13 बच्चों को बचा लिया।
पुलिस ने 11 लोगों को किया गिरफ्तार
रचाकोंडा पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने बताया कि पुलिस ने पुख्ता सूचना पर गिरोह का भंडाफोड़ कर गत 22 मई को तीन लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कबूलनामे के आधार पर सोमवार को आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। लिया। जांच के दौरान सामने आया कि गिरोह को दिल्ली की किरण व प्रीति और पुणे के कन्हैया से 50 हजार रुपये के हिसाब से बच्चे मिलते थे। तीनों ने गिरफ्तार किए गए लोगों को तकरीबन 50 बच्चे दिए थे।
इतने रुपये में बच्चों को बेचते थे आरोपी
आरोपितों के एजेंट बिचौलियों के माध्यम से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बच्चों की जरूरत वाले लोगों को 1.8 लाख से 5.50 लाख रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से बेच देते थे। गत 22 मई को एक बच्चे को 4.50 लाख रुपये में बेचने के आरोप में पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर (आरएमपी) शोभा रानी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में गिरोह के बारे में जानकारी हासिल हुई।