भारत के लिए खेलने पर गर्व, टीम से कई यादें जुड़ी हैं : चेतेश्वर पुजारा


राजकोट, 24 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया। पुजारा को गर्व है कि उन्होंने भारत के लिए क्रिकेट खेला। टीम के साथ उनकी ऐसी कई यादें हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता।

चेतेश्वर पुजारा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “भारतीय टीम के लिए खेलना गर्व की बात है। मैंने सौराष्ट्र की ओर से डोमेस्टिक क्रिकेट का सफर शुरू किया। जब आप इतने लंबे वक्त तक भारतीय टीम के लिए खेलते हैं, तो काफी यादें जुड़ी होती हैं। इस सफर में परिवार, कोच, साथी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ का साथ रहा है। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा।”

दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, “संन्यास को लेकर पिछले एक हफ्ते से विचार कर रहा था। मुझे लगा कि अब यह सही समय है, ताकि युवा खिलाड़ियों को, खासकर डोमेस्टिक क्रिकेट में मौका मिल सके।”

पुजारा ने बताया कि संन्यास के बाद भी वह क्रिकेट से जुड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, “जब आप इतना बड़ा फैसला लेते हैं, तो परिवार और दिग्गज खिलाड़ियों से बात करने के बाद ही निर्णय लेते हैं। मैं भले ही क्रिकेट नहीं खेलूंगा, लेकिन क्रिकेट से जुड़ा रहूंगा। मेरी आज भी युवा खिलाड़ियों से बातचीत होती रहती है। क्रिकेट के लिए आगे भी योगदान देता रहूंगा।”

पुजारा ने अपने करियर की सबसे यादगार सीरीज के बारे में बताया, “साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा मेरे लिए यादगार रहा, जब भारतीय टीम ने उस देश में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती। साल 2021 में हमने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इस कारनामे को दोहराया। यह दोनों सीरीज यादगार रहेंगी।”

उन्होंने कहा, “मुझे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला है। डेब्यू के समय मैंने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों के साथ खेला। इसके बाद युवा खिलाड़ियों के साथ भी मेरा सफर यादगार रहा।”

भारत की युवा टीम की तारीफ में पुजारा ने कहा, “अभी भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है। युवा खिलाड़ी काफी टैलेंटेड हैं। उम्मीद है कि भविष्य में भी शानदार प्रदर्शन जारी रहेगा। शुभमन गिल, केएल राहुल, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। साई सुदर्शन, करुण नायर नंबर 3 पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।”

पुजारा ने युवा खिलाड़ियों को कठिन मेहनत करने की सलाह देते हुए कहा, “जब मैंने इस सफर की शुरुआत की, उस वक्त सोचा नहीं था कि भारतीय टीम के लिए खेलूंगा, लेकिन मुझे यह मौका मिला। आप कहां से खेलते हैं, यह मायने नहीं रखता। अब छोटे शहरों में भी सुविधाएं बढ़ चुकी हैं। वहां के खिलाड़ियों के लिए शानदार मौके हैं। आप मेहनत करते रहिए। नतीजे रातों-रात नहीं मिलते। इसके लिए आपको लंबा वक्त देना पड़ता है।”

इसके साथ ही पुजारा ने बतौर कमेंटेटर सफर शुरू करने का श्रेय पत्नी पूजा को दिया, जिन्होंने उन्हें इसके लिए प्रेरित किया। पुजारा मानते हैं कि कमेंट्री में उन्हें सुनील गावस्कर और हर्षा भोगले से काफी सीखने को मिला है।

चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मुकाबलों में 43.60 की औसत के साथ 7,195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा, पुजारा ने 5 वनडे मुकाबलों में 51 रन जुटाए। अक्टूबर 2010 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करने वाले पुजारा आखिरी बार जून 2023 में टीम इंडिया के लिए खेले।

आईएएनएस

आरएसजी


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