सीजीटीएन सर्वे : चीन के साथ जुड़ना वास्तव में प्रभावशाली

बीजिंग, 8 मार्च (आईएएनएस)। इन दिनों, चीन में चल रहे राष्ट्रीय ‘दो सत्र’ के दौरान विदेश मामलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दुनिया के साथ चीन के संबंधों को परिभाषित करते हुए कहा, “चीन और दुनिया एक-दूसरे की ओर बढ़ते हैं और साथ मिलकर सफलता हासिल करते हैं।”
मौजूदा दौर में, जब दुनिया में अस्थिरता और उथल-पुथल का माहौल है, चीन की स्थिरता वैश्विक संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रही है।
हाल ही में चाइना मीडिया ग्रुप के सीजीटीएन द्वारा 44 देशों में किए गए एक सर्वे में 32,266 लोगों से राय ली गई, जिसमें चीन की कूटनीति और वैश्विक शासन में उसकी भूमिका को व्यापक सराहना मिली। लोगों ने चीन से उम्मीद जताई कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी बड़ी भूमिका निभाएगा और वैश्विक व्यवस्था को ज्यादा निष्पक्ष और न्यायसंगत बनाएगा।
सीजीटीएन की ‘चीन अनुकूलता’ सर्वे में लगातार दो सालों तक चीन की वैश्विक छवि में सुधार देखा गया। 89% उत्तरदाताओं ने चीन को एक सफल देश माना, जिसमें 4.8 प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी हुई। 77.8% ने कहा कि चीन सम्मान के लायक है, जबकि 87.2% ने चीन के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रभाव को स्वीकार किया। चीन को एक आकर्षक देश मानने वालों की संख्या भी बढ़ी है, दो सालों में यह आंकड़ा 72.7% तक पहुंच गया।
चीन की इस सकारात्मक छवि के पीछे उसके ठोस कदमों का बड़ा योगदान रहा है। इसमें सऊदी अरब और ईरान के बीच राजनयिक संबंधों की बहाली, फिलिस्तीनी गुटों के बीच सुलह की कोशिशें, ब्रिक्स का विस्तार और अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल करने का समर्थन जैसे फैसले शामिल हैं। चीन ने अपनी कूटनीति से कई क्षेत्रीय और वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए नए रास्ते सुझाए हैं। यही वजह है कि 58.9% उत्तरदाताओं ने भू-राजनीतिक संघर्षों को हल करने में चीन के प्रयासों की सराहना की, जबकि 73.9% ने चीन द्वारा शुरू की गई अंतरराष्ट्रीय सहयोग परियोजनाओं को समर्थन दिया।
चीन खुद को सिर्फ एक बड़ी अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं रख रहा, बल्कि ‘मानवता के साझा भविष्य’ की दिशा में काम कर रहा है। सर्वे में शामिल 87.6% लोगों ने वैश्विक विकास पहल को जरूरी माना, जबकि 90.3% ने वैश्विक सुरक्षा पहल का समर्थन किया। वहीं, 91.3% लोगों ने वैश्विक सभ्यता पहल को अहम करार दिया, जो दुनिया में शांति, विकास और न्याय को बढ़ावा देने की वकालत करता है।
बता दें कि यह सर्वे चीन के रनमिन विश्वविद्यालय के सहयोग से सीजीटीएन द्वारा किया गया था, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देशों के साथ-साथ ब्राजील, थाईलैंड, यूएई, मिस्र और दक्षिण अफ्रीका जैसे विकासशील देशों के लोगों की राय ली गई। इस रिपोर्ट के नतीजे यह दिखाते हैं कि चीन की वैश्विक कूटनीति न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार की जा रही है, बल्कि इससे दुनिया के तमाम देश जुड़ने को भी तैयार हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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