केंद्र ने बेहतर डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग पर ड्राफ्ट मैनुअल किया जारी


नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बेहतर डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग के आकलन के लिए ड्राफ्ट मैनुअल रिलीज किया है।

पिछले दशक के दौरान डिजिटलीकरण में तेजी से हुई वृद्धि ने दुनिया भर में क्रांति ला दी है, जिसका असर अर्थव्यवस्था, इनोवेशन, विज्ञान और शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य, सस्टेनेबिलिटी, शासन और जीवनशैली तक हर जगह देखने को मिला है।

संचार मंत्रालय के अनुसार, डिजिटल टेक्नोलॉजीज बिजनेस मॉडल, संस्थानों और पूरे समाज को मौलिक रूप से बदल रही हैं।

यह ‘रेटिंग मैनुअल’ डिजिटल कनेक्टिविटी रेटिंग एजेंसियों (डीसीआरए) द्वारा संपत्तियों की रेटिंग के लिए एक समान मूल्यांकन पद्धति को अपनाने में सक्षम बनाएगा।

यह संपत्ति प्रबंधकों (प्रॉपर्टी मैनेजर्स) को उनकी संपत्तियों में डिजिटल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर (डीसीआई) के निर्माण के लिए एक मानक संदर्भ भी प्रदान करेगा।

ट्राई के अनुसार, संपत्तियों का मूल्यांकन विनियमन में परिभाषित मापदंडों जैसे फाइबर रेडीनेस, मोबाइल नेटवर्क उपलब्धता, इन-बिल्डिंग सॉल्यूशन और वाई-फाई इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्विस परफॉर्मेंस आदि के आधार पर किया जाएगा।

फाइबर रेडीनेस का मतलब किसी बिल्डिंग या क्षेत्र में फाइबर ऑप्टिक इंटरनेट के लिए जरूरी सभी उपकरणों और इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता का मूल्यांकन से है।

रिपोर्ट के अनुसार, अधिकतम डेटा खपत इमारतों के अंदर होती है और इसलिए इमारतों के अंदर डिजिटल कनेक्टिविटी विशेष रूप से 4जी और 5जी नेटवर्क के लिए महत्वपूर्ण हो गई है, जो हाई-स्पीड डेटा रेट को डिलिवर करने के लिए हाई-फ्रिक्वेंसी बैंड का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन दीवारों और बिल्डिंग मटीरियल की वजह से वे कम प्रभावी हो जाते हैं।

इमारतों के अंदर डिजिटल कनेक्टिविटी के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक बड़े कदम के रूप में ट्राई ने सरकार को ‘रेटिंग ऑफ बिल्डिंग और एरिया फॉर डिजिटल कनेक्टिविटी’ पर सिफारिशें प्रस्तुत कीं।

इन सिफारिशों का उद्देश्य किसी भी डेवलपमेंट एक्टिविटी के हिस्से के रूप में डिजिटल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर (डीसीआई) के सह-निर्माण के लिए एक इकोसिस्टम बनाना है।

प्राधिकरण ने कहा, “बेहतर रेटिंग वाली संपत्ति अधिक यूजर्स, खरीदारों या निवेशकों को आकर्षित करेगी और इस तरह संपत्तियों का मूल्य बढ़ाएगी।”

रेटिंग मैनुअल विनियमन के प्रावधानों के तहत डिजिटल कनेक्टिविटी का आकलन करने के लिए एक निष्पक्ष, पारदर्शी और मानकीकृत दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए स्ट्रक्चर्ड फ्रेमवर्क की तरह काम करेगा।

एक स्ट्रक्चर्ड रेटिंग सिस्टम संभावित किरायेदारों और खरीदारों को उनकी कनेक्टिविटी रेटिंग के आधार पर संपत्तियों की तुलना करने में सक्षम बनाता है और यह सुनिश्चित करता है कि वे बेस्ट डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर वाली लोकेशन को चुनें।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर


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