अमरावती, 11 नवंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, उनके बेटे और राज्य मंत्री नारा लोकेश और उनकी पत्नी ब्राह्मणी के खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के एक स्थानीय नेता की शिकायत पर मद्दीपाडु थाने में फिल्म मेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पिछले साल चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर टीडीपी मंडल परिषद के सचिव रामलिंगम ने विवादास्पद फिल्म निर्माता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निर्देशक ने अपनी फिल्म ‘व्यूहम’ के प्रचार के तहत सोशल मीडिया पर यह टिप्पणी की थी।
साल 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दुखद मृत्यु और उसके बाद उनके बेटे वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी द्वारा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के गठन की घटनाओं पर आधारित यह फिल्म पिछले साल के अंत में आंध्र प्रदेश विधानसभा और लोकसभा के एक साथ हुए चुनावों के दौरान रिलीज हुई थी।
वाईएसआरसीपी के करीबी माने जाने वाले राम गोपाल वर्मा चंद्रबाबू नायडू के कटु आलोचक रहे हैं। उन्होंने इससे पहले टीडीपी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामा राव (एनटीआर) और लक्ष्मी पार्वती के प्रेम और विवाह पर ‘लक्ष्मी एनटीआर’ फिल्म बनाई थी। इस फिल्म में एनटीआर के दामाद चंद्रबाबू नायडू की विवादास्पद भूमिका भी दिखाई गई थी।
वर्मा ने कथित तौर पर नायडू, लोकेश और अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण (अब उपमुख्यमंत्री) के खिलाफ कई मौकों पर तथाकथित अपमानजनक टिप्पणी की थी।
फिल्म निर्माता के खिलाफ मामला ऐसे समय में दर्ज किया गया है जब टीडीपी, जन सेना और भाजपा की गठबंधन सरकार वाईएसआरसीपी के सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं और उसके समर्थकों के पीछे पड़ी है, जिन्होंने वाईएसआरसीपी के सत्ता में रहने के दौरान टीडीपी और जन सेना नेताओं को निशाना बनाया था।
पिछले कुछ दिनों में कई वाईएसआरसीपी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अतीत में की गई अपमानजनक टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि राम गोपाल वर्मा ने हैदराबाद में अपने कार्यालय के बाहर ‘व्यूहम’ पर विरोध-प्रदर्शन के लिए चंद्रबाबू नायडू, लोकेश और पवन कल्याण की भी आलोचना की थी।
–आईएएनएस
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