वित्त वर्ष 2025 में भारत में कारों की बिक्री पहुंची 41 लाख यूनिट के पार

नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान सरकार के वाहन पोर्टल पर रजिस्टर्ड नई कारों की संख्या बढ़कर रिकॉर्ड 41,53,432 यूनिट हो गई। पिछले साल के मुकाबले इसमें 4.87 प्रतिशत की वृद्धि दिखी है।
कृषि क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के बाद कृषि आय में वृद्धि के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में 7.93 प्रतिशत की उच्च वृद्धि दर दर्ज की गई। वहीं, शहरी क्षेत्रों में 3.07 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
मारुति सुजुकी इंडिया 40 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ बाजार में सबसे आगे रही, जबकि हुंडई मोटर इंडिया घरेलू टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के साथ दूसरे स्थान के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा में फंस गई।
आंकड़ों के अनुसार, दोनों भारतीय कार निर्माताओं ने इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में भी अपनी मजबूत स्थिति दर्ज करवाई।
2024-25 के दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 7.71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो कि मांग में उछाल के कारण 1,88,77,812 यूनिट तक पहुंच गई।
आर्थिक गतिविधियों में तेजी के कारण पिछले वर्ष की तुलना में तिपहिया वाहनों की बिक्री में 4.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री स्थिर रही।
फाडा के अध्यक्ष सीएस विग्नेश्वर ने एक बयान में कहा, “वित्त वर्ष 2025 ने वास्तव में दिखाया कि भारत का ऑटो रिटेल क्षेत्र कितना अनुकूलनीय और लचीला हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “यात्री वाहनों के लिए हमारा प्रारंभिक पूर्वानुमान लगभग पूरी तरह से सही साबित हुआ, जो कि लगभग 5 प्रतिशत पर एकल अंकों की कम वृद्धि थी।वर्ष का एक प्रमुख आकर्षण ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदर्शन रहा।”
फाडा के अनुसार, “देश भर के ऑटो डीलरों को वित्त वर्ष 2026 में कुछ आशंकाएँ हैं, एक ओर आईएमडी की तीव्र गर्मी की चेतावनी उपभोक्ताओं की आवाजाही और इंफ्रास्ट्रक्चर गतिविधियों पर मंडरा रही है, वहीं दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर टैरिफ को लेकर बढ़ते तनाव के बीच बाजार में अस्थिरता बढ़ रही है, इससे खरीदारों की भावनाएं प्रभावित हो रही हैं।”
फाडा के एक बयान में कहा गया है कि हालांकि परिस्थितियों प्रतिकूल रहेंगी बावजूद इसके सर्वेक्षण किए गए डीलरों में से लगभग आधों को अभी भी उम्मीद है कि अप्रैल में बिक्री स्थिर रहेगी। वहीं एक तिहाई से अधिक डीलरों को क्षेत्रीय त्योहारों और शादी के मौसम के कारण कुछ वृद्धि की उम्मीद है।
–आईएएनएस
एसकेटी/केआर