बीएसएफ ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की बड़ी कोशिश नाकाम की


नई दिल्ली, 9 मई (आईएएनएस)। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अलर्ट मोड पर तैयार भारतीय सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इसकी पुष्टि की है।

बीएसएफ जम्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया, ”8 मई 2025 को रात लगभग 11 बजे, बीएसएफ ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया।”

वहीं, रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों के हमलों को नष्ट करने की पुष्टि की। रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य स्टेशनों को आज (गुरुवार को) जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा निशाना बनाया गया।”

पोस्ट में बताया गया है, ”स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुरूप गतिशील और स्थैतिक क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से बेअसर कर दिया गया। किसी के हताहत होने या भौतिक नुकसान की सूचना नहीं मिली है। भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

दूसरी तरफ, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार देर रात अमेरिका सहित कई देशों के समकक्षों के साथ बात की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के किसी भी उकसावे वाले प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत में विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की वाशिंगटन की प्रतिबद्धता की सराहना की।

उन्होंने बातचीत के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया। तनाव बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला किया जाएगा।”

अमेरिकी विदेश विभाग से जारी एक बयान में कहा गया, “सचिव ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के लिए अपनी संवेदनाएं दोहराईं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।”

विदेश मंत्री ने इतालवी उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो तजानी से भी बात की।

उन्होंने दोहराया, “आतंकवाद का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए भारत की लक्षित और नियंत्रित प्रतिक्रिया पर चर्चा की गई। किसी भी तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया होगी।”

उन्होंने एस्टोनियाई राजनीतिज्ञ काजा काल्लास से भी बात की, जो वर्तमान में यूरोपीय आयोग के उपाध्यक्ष हैं।

–आईएएनएस

एबीएम/एकेजे


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