पश्चिम बंगाल : नादिया सीमा पर घुसपैठ की कोशिश में बीएसएफ ने तीन बांग्लादेशी पकड़े, कई फरार

नादिया, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बार फिर घुसपैठ का मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में करीमपुर के रानीनगर इलाके में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की बटालियन संख्या 11 ने तीन बांग्लादेशियों को दबोचा, जबकि कई भागने में सफल रहे।
बीएसएफ जवानों ने मंगलवार को रात के अंधेरे में अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों पर बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान कई घुसपैठिए भागने में कामयाब रहे, लेकिन बीएसएफ के सतर्क जवानों ने तीन युवकों को पकड़ लिया।
सूत्रों के अनुसार, गेट संख्या 184 के पास संदिग्ध गतिविधि दिखी, जिसके बाद जवानों ने घेराबंदी की। घुसपैठिए तारबाड़ काटकर भारत में दाखिल हो रहे थे। पीछा करने पर कई भाग निकले, लेकिन तीन को दबोच लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बांग्लादेश के कुश्तिया जिले के निवासी शाहिजुल इस्लाम (26), इलियास हुसैन (24) और बिजॉय हुसैन (20) के रूप में हुई है।
जवानों ने तुरंत आरोपियों को करीमपुर थाना क्षेत्र के मुरुटिया पुलिस स्टेशन को सौंप दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीनों के खिलाफ पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1920 और विदेशी अधिनियम, 1946 की संबंधित धाराओं के साथ आव्रजन अधिनियम, 1993 की धारा 233 और 34 के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। पूछताछ में पता चला है कि ये युवक रोजगार की तलाश में अवैध रास्ते से भारत आए थे।
बीएसएफ डीआईजी (नादिया सेक्टर) ने कहा, “सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है। घुसपैठ की कोशिशें लगातार हो रही हैं, लेकिन हमारे जवान मुस्तैद हैं। पिछले एक महीने में 15 से अधिक घुसपैठिए पकड़े जा चुके हैं।”
उन्होंने बताया कि नदियों और घने जंगलों का फायदा उठाकर तस्कर और घुसपैठिए सक्रिय हैं, लेकिन ड्रोन, नाइट विजन और अतिरिक्त चौकियां लगाकर रोकथाम की जा रही है।
बता दें कि बांग्लादेश सीमा पर 4,096 किमी लंबी बॉर्डर में पश्चिम बंगाल का हिस्सा सबसे संवेदनशील है, जहां घुसपैठ, मवेशी तस्करी और नकली नोटों की आमद पुरानी समस्या है। केंद्र सरकार ने बीएसएफ को अतिरिक्त संसाधन और बॉर्डर फेंसिंग तेज करने के निर्देश दिए हैं।
–आईएएनएस
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