बोइंग स्टारलाइनर के मानव मिशन में फिर देरी, 25 मई को उड़ान भरने की संभावना : नासा

बोइंग स्टारलाइनर के मानव मिशन में फिर देरी, 25 मई को उड़ान भरने की संभावना : नासा

नई दिल्ली, 18 मई (आईएएनएस)। नासा ने शनिवार को कहा कि कैप्सूल थ्रस्टर्स में से एक में हीलियम का रिसाव पाए जाने के चलते बोइंग स्टारलाइनर के ऐतिहासिक मानवयुक्त मिशन में एक बार फिर देरी हो गई है।

इस मिशन में चालक दल के सदस्यों के रूप में नासा के अंतरिक्ष यात्रिय बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स शामिल हैं। मिशन के अब 25 मई को उड़ान भरने की उम्मीद है।

नासा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “नासा, बोइंग स्पेस और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (यूएलए) अब एजेंसी के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन के लॉन्च के लिए 25 मई को दोपहर बाद 3:09 बजे का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।”

इसमें कहा गया है, “टीमें स्टारलाइनर सर्विस मॉड्यूल पर स्थिर हीलियम रिसाव को रोकने के लिए अगले उपायों को अंतिम रूप देने के लिए अतिरिक्त समय का उपयोग करेंगी।”

पिछले लंबे समय से कई बार देरी का सामना करने के बाद, स्टारलाइनर के पहले क्रू मिशन की योजना 7 मई को बनाई गई थी।

हालांकि, यूनाइटेड लॉन्च एलायंस के एटलस वी रॉकेट के ऊपरी चरण पर वाल्व की समस्या के चलते लॉन्च से दो घंटे पहले इसे रद्द कर दिया गया।

नासा के अधिकारियों ने 15 मई को स्टारलाइनर के हीलियम सिस्टम पर दबाव परीक्षण किया, जिससे पता चला कि फ्लैंज में रिसाव स्थिर है और उड़ान के दौरान उस स्तर पर कोई खतरा पैदा नहीं होगा।

नासा ने कहा, “परीक्षण में यह भी संकेत मिला कि थ्रस्टर सिस्टम के बाकी हिस्से को पूरे सर्विस मॉड्यूल में प्रभावी ढंग से सील कर दिया गया है।”

बोइंग ने कहा कि टीमें परिचालन प्रक्रियाएं विकसित करने के लिए काम कर रही हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सिस्टम उड़ान के दौरान पर्याप्त प्रदर्शन क्षमता बनाए रखे।

इस बीच, यूएलए के एटलस वी रॉकेट और बोइंग का स्टारलाइनर, जिसे लॉन्च पैड से वापस ले जाया गया था, को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन पर स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स -41 स्थित वर्टिकल इंटीग्रेशन सुविधा में रखा गया है।

अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और विलियम्स प्री-लॉन्च ऑपरेशन की प्रगति के चलते ह्यूस्टन में क्वारंटीन में रहेंगे।

स्टारलाइनर मिशन का लक्ष्य भविष्य के नासा मिशनों के लिए अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को पृथ्वी की निचली कक्षा और उससे आगे तक ले जाना है।

–आईएएनएस

पीके/एकेजे

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