पंजाब में 12वीं की परीक्षा में ‘आप’ से जुड़े सवालों पर भाजपा प्रवक्ता तरुण चुघ ने जताया विरोध


नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। पंजाब में बारहवीं कक्षा के पॉलिटिकल साइंस के परीक्षा पत्र में आम आदमी पार्टी से जुड़े सवाल पूछे जाने पर भाजपा प्रवक्ता तरुण चुघ ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे शिक्षा का राजनीतिकरण बताते हुए आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला।

तरुण चुघ ने कहा कि पंजाब के बारहवीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में पॉलिटिकल साइंस के पेपर में आम आदमी पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से संबंधित सवाल पूछे गए हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दो नंबर के प्रश्न में पूछा गया कि आम आदमी पार्टी की स्थापना कब हुई थी। उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिक्षा को इस तरह राजनीतिक रंग देना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

भाजपा प्रवक्ता ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार को पंजाब में 36 महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन इस दौरान उन्होंने पंजाब के लिए कुछ भी नहीं किया। उल्टा आम आदमी पार्टी ने राज्य को पिछड़ेपन की ओर धकेलने का काम किया है। चुघ ने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था चरमराती जा रही है, युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं और प्रदेश की आर्थिक स्थिति वेंटिलेटर पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले जो वादे किए थे, उनमें से अधिकांश पूरे नहीं किए गए।

तरुण चुघ ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब के किसानों को एमएसपी देने, किसानों का कर्ज माफ करने और हर घर नौकरी देने के जो वादे किए थे, वे सभी अधूरे रह गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में शराब घोटाला किया और जनहित में खर्च होने वाला पैसा अय्याशी में उड़ा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में स्कूलों के नाम पर शराब के ठेके खोल दिए और अब पंजाब के युवाओं को नशे की गर्त में धकेल रही है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में नशे की वजह से युवाओं की मौत की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे राज्य के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तंज कसते हुए कहा कि वह सत्ता के नशे में चूर हैं और बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी से अपील की कि शिक्षा का राजनीतिकरण करना बंद किया जाए और छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न किया जाए।

इसके बाद विपक्ष द्वारा वोटर लिस्ट पर सवाल उठाए जाने उन्होंने कहा कि यही वोटर लिस्ट और यही मतदाता जब आपको चुनाव जिताकर सत्ता में लाते हैं तो आप खुश हो जाते हैं। लेकिन, आपके पापों, राष्ट्र-विरोधी बयानों, भ्रष्टाचार और परिवारवाद को सजा देते हैं, तो आप हर हार का ठीकरा वोटर लिस्ट पर फोड़ते हैं। इंडी गठबंधन में हार का दोष दूसरों पर मढ़ना एक फैशन बन गया है। जनता आपको आपके पापों की सजा दे रही है, लेकिन आप इसे समझकर खुद में सुधार करने की बजाय चुनाव आयोग पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

अंत में, उन्होंने पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के कुशासन में बंगाल अराजकता की ओर बढ़ रहा है। यह राज्य देश की एकता और अखंडता को तोड़ने वाली ताकतों का गढ़ और अड्डा बन गया है। ममता के निर्मम जंगल राज में सिर्फ घुसपैठियों, देश-विरोधी ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की ही आवाज सुनाई देती है। राहुल गांधी और उनके इंडी गठबंधन के सहयोगी विदेशी ताकतों के टूलकिट के जरिए देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। आज वही लोग, जो “भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाल्लाह-इंशाल्लाह” कहते थे और “अफजल गुरु हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं” के नारे लगाने वाले कन्हैया कुमार जैसे नेता, इंडी गठबंधन में सम्मानित स्थान रखते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के लिए यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

–आईएएनएस

पीएसएस/सीबीटी


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