दिल्ली में भाजपा के नेताओं ने केजरीवाल पर साधा निशाना


नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ी जीत दर्ज की है। इसके बाद दिल्ली में भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे पर कयासों का दौर जोरों पर है। इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दिल्ली में चुनाव के दौरान किए वादे पूरे करने की बात कही है।

दिल्ली में मोती नगर विधानसभा से भाजपा के टिकट पर 11657 वोटों से चुनाव जीत कर आए हरीश खुराना ने कहा, “अरविंद केजरीवाल का घमंड उन्हें ले डूबा है। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। जनता जब जवाब देती है, तो बड़े से बड़े लोगों की बोलती बंद हो जाती है। अरविंद केजरीवाल की बोलती आम लोगों ने बंद कर दी है। लोगों ने उन्हें साफ कहा है कि विकास चाहिए। पिछले 10 सालों में जो काम दिल्ली में नहीं हुए हैं, जिनमें यमुना सफाई, प्रदूषण, सड़कें, सीवर की समस्या आद‍ि समस्याओं का निवारण सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी करेगी। लोगों की अपेक्षाओं पर हम खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।”

विकासपुरी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक पंकज कुमार सिंह ने कहा, “पिछले 11 सालों में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का सत्यानाश कर दिया। हर विधानसभा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। नाग‍रि‍क सुव‍िधाओं का अभाव है। भारतीय जनता पार्टी अपने संकल्पों को पूरा करेगी।”

भारतीय जनता पार्टी की नेता अलका गुर्जर ने कहा, “दिल्ली की जो समस्याएं हैं, उन पर जो संकल्प हमने किए हैं, हम उन्हें पूरा करेंगे।”बता दें कि भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से उसने 48 सीटें जीती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं। कांग्रेस का खाता नहीं खुला है। इससे पहले भाजपा ने 1993 में 49 सीट जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया था, जिसके बाद मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री बनीं। 1998 के बाद, कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया और 2013 से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई थी। इस चुनाव में भाजपा ने 71 फीसदी स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें जोड़ी हैं। पार्टी ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का नुकसान हुआ, और उनका स्ट्राइक रेट 31 फीसदी रहा।

भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले अपने वोट शेयर में 9 फीसदी से अधिक की वृद्धि की है, जबकि आप का वोट शेयर लगभग 10 फीसदी घटा है। कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली, लेकिन उन्होंने अपने वोट शेयर में 2 फीसदी की वृद्धि की है।

–आईएएनएस

पीएसएम/सीबीटी


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