'ममता के आदेश पर पुलिस पिटने को तैयार', वक्फ विधेयक के विरोध में हिंसा पर भाजपा नेता का तंज


रांची, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड के भाजपा विधायक सी.पी. सिंह ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा को लेकर ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुसलमानों का वोट लेने के लिए हिंदुओं को गाली देती हैं।

सी.पी. सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “ममता दीदी सत्ता के नशे में चूर हो चुकी हैं। उन्हें मुसलमानों का वोट चाहिए और इसे पाने के लिए वह हिंदुओं को गाली देती हैं और हिंदुओं के त्योहारों को रोकती हैं। इसलिए ममता बनर्जी वक्फ विधेयक के विरोध में खड़ी हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल के हालात खराब हो रहे हैं, हजारों की संख्या में मुसलमान सड़कों पर आकर पुलिस की पिटाई कर रहे हैं, हिंदू दुकानों को लूट रहे हैं, वाहनों को आग लगा रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि ममता बनर्जी के आदेश के सामने वहां पुलिस पिटने के लिए मजबूर है। यह सब ममता बनर्जी करवा रही हैं और उन्हीं के संरक्षण में यह सब चीजें हो रही हैं। अगर सरकार चाहे तो एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता। उत्तर प्रदेश में विरोध क्यों नहीं हो रहा? मैं कहना चाहूंगा कि ममता बनर्जी इस देश में इस्लाम के प्रति समर्पित भाव से काम कर रही हैं। यही कारण है कि आज बंगाल के हिंदुओं के अंदर असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है।”

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राज्य के मुस्लिम समुदाय को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

ममता ने अपने संबोधन में कहा, “हम बंगाल में वक्फ बिल लागू नहीं होने देंगे। मेरी सरकार धार्मिक आधार पर बंगाल का विभाजन नहीं होने देगी। मैं जानती हूं कि वक्फ अधिनियम के लागू होने से आप दुखी हैं, मगर भरोसा रखें, बंगाल में ऐसा कुछ नहीं होगा। बंगाल में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति नहीं चलेगी। आपको ‘जियो और जीने दो’ का संदेश देना चाहिए। बंगाल में रहने वालों को सुरक्षा देना हमारा काम है। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि अगर कोई आपको राजनीतिक रूप से इकट्ठा होने के लिए उकसाता है, तो कृपया ऐसा न करें। कृपया याद रखें कि दीदी आपकी और आपकी संपत्ति की रक्षा करेंगी। अगर हम साथ रहेंगे, तो हम दुनिया जीत सकते हैं।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे


Show More
Back to top button