कर्नाटक : प्रियांक खड़गे के पत्र पर भाजपा का पलटवार, मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग


बेंगलुरु, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक भाजपा के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने मुख्यमंत्री से संविधान विरोधी पत्र लिखने के लिए प्रियांक खड़गे को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि प्रियांक खड़गे यह साबित करें कि किस तरह का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि देश की एकता और संविधान की मंशा के विरुद्ध नकारात्मक विचार फैलाए जा रहे हैं। उन्हें यह साबित करना चाहिए कि क्या नकारात्मक विचार फैलाए गए हैं। उन्होंने मांग की कि उनको तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए।

दरअसल, कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को पत्र लिखकर राज्य के सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह पत्र 4 अक्टूबर को लिखा गया था, जिसे अब सीएम मीडिया टीम ने सार्वजनिक किया है।

प्रियांक खड़गे ने पत्र में लिखा, “जब समाज में नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी ताकतें सिर उठाती हैं, तो हमारे संविधान के मूल सिद्धांत (एकता, समानता और अखंडता) हमें उन्हें रोकने का अधिकार देते हैं।”

उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस की शाखाएं सरकारी और अर्ध-सरकारी स्कूलों, सार्वजनिक मैदानों, मंदिरों, पार्कों और पुरातत्व विभाग के स्थलों में चल रही हैं। यहां बिना पुलिस अनुमति के आक्रामक प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों और युवाओं के मन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, “देश के बच्चों, युवाओं और समाज के मानसिक स्वास्थ्य और विकास के हित में आरएसएस की सभी गतिविधियों को सरकारी परिसरों में प्रतिबंधित किया जाए।”

वहीं, इस पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा, “प्रियांक खड़गे ऐसे पत्र लिखने वाले कौन होते हैं? आरएसएस पर बोलने या टिप्पणी करने से पहले उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के योगदान को समझना चाहिए। कांग्रेस सरकार के दौरान भारत-चीन युद्ध में भूमिका के लिए आरएसएस की सराहना की गई थी और उसे गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रियांक खड़गे को यह समझना चाहिए।”

विजयेंद्र ने कहा कि एक जिम्मेदार मंत्री होने के नाते प्रियांक खड़गे को आरएसएस पर टिप्पणी करने के बजाय अपने निर्वाचन क्षेत्र गुलबर्गा के विकास पर ध्यान देना चाहिए।

–आईएएनएस

एमएस/एबीएम


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