बर्थडे स्पेशल : केरल की वो महिला एथलीट, जिसने रिले रेस में लहराया भारत का परचम

नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)। 10 जुलाई 1983 को केरल में जन्मीं चित्रा कुलथुम्मुरियिल सोमन ओलंपिक इतिहास में दो बार भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, उन्होंने 2004 एथेंस ओलंपिक और 2008 बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा लिया है।
चित्रा सोमन के समर्पण और प्रतिभा ने उनके सक्रिय वर्षों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स में भारत की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चित्रा 4×400 मीटर रिले में लगातार शानदार प्रदर्शन करती रहीं और कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पोडियम फिनिश किया।
चित्रा सोमन ने सत्ती गीता, केएम बीनमोल और राजविंदर कौर के साथ मिलकर 2004 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में 4X400 मीटर रिले में सातवां स्थान हासिल किया था।
भले ही यहां उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन इसके बाद साल 2005 में चित्रा ने इंचियोन में एशियन चैंपियनशिप के 4X400 मीटर रिले में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
एशियन गेम्स की सफलता के बाद, चित्रा ने कई अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक इवेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस निरंतर भागीदारी ने खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और सर्वोच्च एथलेटिक प्रदर्शन बनाए रखने के प्रति उनके समर्पण को दर्शाया।
साल 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स (4X400 मीटर रिले) में चित्रा सोमन ने सिल्वर मेडल जीता। इसी साल एशियन गेम्स के 4X400 मीटर रिले इवेंट में उन्होंने गोल्ड जीता। यह जीत न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि थी, बल्कि प्रतियोगिता में भारत की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान भी था।
साल 2007 में चित्रा ने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो गोल्ड जीते। साल 2008 की एशियन इंडोर चैंपियनशिप के 4X400 मीटर रिले में उन्होंने देश को गोल्ड दिलाया।
साल 2009 में चित्रा सोमन ने ग्वांगझोउ एशियन चैंपियनशिप में फिर देश को सिल्वर जिताया। यह पदक 4X400 मीटर रिले में आया। साल 2010 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीता।
400 मीटर में चित्रा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 51.30 सेकंड है, जो उन्होंने 16 जून 2004 में चेन्नई में हासिल किया था। वहीं, 4X400 मीटर रिले में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 3:26.89 है, जो उन्होंने 27 अगस्त 2004 को हासिल किया।
चित्रा सोमन को साल 2007 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से नवाजा जा चुका है।
–आईएएनएस
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