बीजापुर:  सुरक्षाबलों ने 36 लाख के इनामी 14 नक्सलियों को किया गिरफ्तार, सामान भी बरामद

बीजापुर: सुरक्षाबलों ने 36 लाख के इनामी 14 नक्सलियों को किया गिरफ्तार, सामान भी बरामद

बीजापुर, 24 जनवरी (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादी विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल की है। डीआरजी बीजापुर, जिला पुलिस बल उसूर, कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने माओवादी विरोधी अभियान के दौरान 14 माओवादियों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तार माओवादियों में आठ माओवादी ऐसे हैं, जिनके ऊपर 36 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

अभियान के दौरान, टीम ने बीजापुर जिले के टेकमेटला, नडपल्ली और मल्लमपेटा क्षेत्रों में व्यापक तलाशी ली। यहां से गिरफ्तार किए गए माओवादियों में कमली कोड़ेम, चैते सोढ़ी, जोगी सोढ़ी, राजे सोढ़ी, देवा मड़कम, कोसा माड़वी, लिंगा कुहरामी, हुंगा कुंजाम, जोगा मड़कम, हुर्रा मड़कम, सोमड़ा मड़कम, रामा माड़वी, हुंगा माड़वी और सुक्का माड़वी शामिल हैं। इन माओवादियों के खिलाफ कई प्रमुख नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।

गिरफ्तार किए गए माओवादियों से सुरक्षा बलों ने जंगल में छुपा कर रखे गए लकड़ी के 23 स्पाइक और लोहे के 8 स्पाइक, साथ ही एक जमीन खोदने का औजार (गैती) भी बरामद किया। ये उपकरण माओवादी हमलों के लिए इस्तेमाल करते थे।

बताया जा रहा है कि इन माओवादियों ने पिछले कुछ वर्षों में बीजापुर जिले के विभिन्न इलाकों में कई हमलों को अंजाम दिया है। 30 नवंबर 2022 को टेकमेटला जंगल में स्पाइक लगाने की घटना, 9 जून 2024 को नड़पल्ली में प्रेशर आईईडी की घटना और इसी साल 6 जनवरी को आरओपी ड्यूटी पर पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाने में भी इन्हीं पकड़े गए माओवादियों के हाथ होने की बात सामने आ रही है।

गिरफ्तार माओवादी मुख्य न्यायालय बीजापुर में पेश किए गए हैं, जहां उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस सफलता पर बीजापुर के एसपी मयंक गुर्जर ने कहा, “बीजापुर के थाना उसूर में कुल 14 माओवादियों को गिरफ्तार कर सभी को न्यायालय में पेश किया गया है। इसके साथ-साथ सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कई अन्य वस्तुएं भी बरामद की गई हैं।”

–आईएएनएस

पीएसएम/सीबीटी

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