बिग बॉस 19 : 'साइलेंट बट डेडली' जैसी स्ट्रैटेजी लेकर चले गौरव खन्ना, बिना शोर और झगड़े के तय किया फिनाले का सफर

मुंबई, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। देश के सबसे चर्चित रियलिटी शो ‘बिग बॉस 19’ का सफर अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। इस साल का सीजन अपने हाई-वोल्टेज ड्रामा, दोस्ती, रणनीति और मनोरंजन के लिए हमेशा चर्चा में रहा। शो की खासियत यह है कि घर के अंदर हर खिलाड़ी की हर चाल दर्शकों के सामने आती है, और हर हफ्ते किसी न किसी कंटेस्टेंट की जीत-हार की कहानी बनती है।
अब जब ग्रैंड फिनाले का दिन आ गया है, तो दर्शकों की नजरें टॉप-5 फाइनलिस्ट्स पर हैं, जिनमें अमाल मलिक, फरहाना भट्ट, तान्या मित्तल, प्रणीत मोरे और गौरव खन्ना शामिल हैं। इन पांचों में से, इस सीजन के सबसे मजबूत दावेदार और सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले कंटेस्टेंट गौरव खन्ना हैं।
कानपुर के सिविल लाइंस के रहने वाले गौरव खन्ना ने टीवी इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक समय तक अपनी पहचान बनाई है। उनका जन्म 11 दिसंबर 1981 को हुआ और उन्होंने स्कूलिंग के बाद मुंबई जाकर एमबीए की पढ़ाई पूरी की। शुरुआती करियर में उन्होंने एक आईटी फर्म में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम किया, लेकिन उनका रुझान हमेशा अभिनय की दुनिया की ओर था।
उन्होंने टीवी शो और विज्ञापनों में काम किया। उनका पहला प्रमुख टीवी शो ‘भाभी’ था, जिसके बाद उन्होंने ‘कुमकुम : एक प्यारा सा बंधन’, ‘मेरी डोली तेरे अंगना’, ‘जीवनसाथी : हमसफर जिंदगी के’, ‘सीआईडी’, और ‘प्रेम या पहेली : चंद्रकांता’ जैसे शो में काम किया।
उन्हें पहचान 2021 में सुपरहिट शो ‘अनुपमा’ के जरिए मिली, जिसमें उन्होंने अनुज कपाड़िया का किरदार निभाया। इस शो में गौरव को मुख्य भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का इंडियन टेली अवॉर्ड भी मिला।
गौरव खन्ना का खेल ‘बिग बॉस 19’ में उनकी सूझ-बूझ, शांत स्वभाव और रणनीति का सटीक उदाहरण है। बिग बॉस को लेकर अक्सर लोगों की सोच है कि जो चिल्लाकर या जोर-जोर से अपनी बातें रखता है, वही जीत की तरफ बढ़ता है। लेकिन गौरव ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने शुरू से ही अपने आपको शांत रखा, बिना शोर मचाए और बिना किसी विवाद में उलझे, उन्होंने घर के हर सदस्य की हर चाल का ध्यान रखा। उनका गेम प्लान ‘साइलेंट बट डेडली’ का रहा। वे कम बोलते हैं, लेकिन जब बोलते हैं, उनकी बात का असर पूरे घर पर पड़ता है।
गौरव खन्ना ने कई बार यह साबित किया कि वे केवल अपनी रणनीति के दम पर ही खेल को पलट सकते हैं। उन्होंने अपनी समझदारी से कई टास्क में जीत हासिल की और जरूरत पड़ने पर खड़े होकर दोस्तों को भी बचाया। उनके व्यवहार में संयम, धैर्य और सूझ-बूझ साफ दिखाई दी। उन्हें घर के अन्य कंटेस्टेंट्स ने कई बार ‘गेम प्लानर’ और ‘चालाक’ जैसे टैग भी दिए। लेकिन बाहर उनका यह अंदाज दर्शकों को काफी पसंद आया, और यही वजह है कि अब वह फिनाले के सबसे मजबूत दावेदारों में से एक माने जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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