अरुणाचल प्रदेश में खेल के विकास में बड़ा निवेश हुआ है: मुख्यमंत्री पेमा खांडू

ईटानगर, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश कर रही है। खेलो इंडिया केंद्रों, बहुउद्देशीय इनडोर हॉल, राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियमों और विशिष्ट अकादमियों की स्थापना में बड़ा निवेश किया गया है।
मुख्यमंत्री ने ईटानगर में खेलो इंडिया इंडोर स्टेडियम में 69वें राष्ट्रीय स्कूल खेल 2025 (अंडर-17 बालक एवं बालिका – मुक्केबाजी) का उद्घाटन करते हुए कहा कि 1954 में स्थापित एसजीएफआई ने भारत की युवा खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें वह आधार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिस पर कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एथलीटों ने अपना करियर बनाया है। सरकार होनहार खिलाड़ियों के विकास के लिए वित्तीय प्रोत्साहन, नौकरी में आरक्षण और तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक आयोजन स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) के 71 साल के इतिहास में अरुणाचल प्रदेश द्वारा पहली बार किसी राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता की मेजबानी का प्रतीक है। यह राज्य के बढ़ते आत्मविश्वास और प्रमुख राष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी करने की क्षमता का भी प्रतीक है। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि अरुणाचल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम एसजीएफआई के बैनर तले भारत के स्कूली खेलों की लंबी और शानदार यात्रा में शामिल हो रहे हैं। आयोजन को संभव बनाने वाले स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, माध्यमिक शिक्षा विभाग बधाई के पात्र हैं। अरुणाचल प्रदेश ने 2008-09 में एसजीएफआई से संबद्धता मिलने के बाद स्कूली स्तर के खेलों के विकास में प्रगति की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले दशक में, हमारे युवा एथलीटों ने ताइक्वांडो, कराटे, वुशु, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन जैसे कई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे यह साबित होता है कि हमारे युवा देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं। हमारे लिए, खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं है। यह चरित्र निर्माण, अनुशासन, टीम वर्क और लचीलेपन के बारे में है। ये मूल्य महान नागरिकों को उतना ही आकार देते हैं जितना कि महान एथलीटों को।”
सीएम ने आयोजन में भाग लेने वाले युवा एथलीटों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप केवल पदकों के लिए नहीं, बल्कि अपने सपनों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। विनम्रता से जीतें, गरिमा के साथ हारें और सीखना कभी बंद न करें।
–आईएएनएस
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