भोपाल : मोहन कैबिनेट ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संशोधनों को दी मंजूरी


भोपाल, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में हुई। मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संशोधनों को मंजूरी दी।

योजना के अंतर्गत कन्या और कन्या के अभिभावक गरीबी रेखा के नीचे जीवन निर्वाह करते हों और उनका बीपीएल पोर्टल पर सत्यापन अनिवार्य होगा। कन्या विवाह और निकाह सम्मेलन के लिए संभागवार वार्षिक चक्रीय रूप से कैलेंडर जारी कर सामूहिक विवाह/निकाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

संभागवार जिलों में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित विवाह जोड़ों की न्यूनतम संख्या 11 एवं अधिकतम 200 जोड़ों की निर्धारित की गई है। योजना में सामूहिक विवाह/निकाह सम्मेलनों में प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी पूर्व अनुसार निकाय स्तर पर की जाएगी। पात्र/अपात्र एवं समग्र पोर्टल पर वर-वधू की आधार ई-केवाईसी अनिवार्य होगी।

सामूहिक विवाह कार्यक्रमों के लिए शासन की ओर से मिलने वाले आर्थिक लाभ को सार्थक बनाने का प्रयास करते हुए आयोजनों में जन-प्रतिनिधियों एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर समाज के संपन्न और सक्षम व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना में प्रति कन्या राशि 55 हजार रुपए में से वधू को राशि 49 हजार का अकाउंट पेयी चेक और शेष 6 हजार रुपए सामूहिक विवाह समारोह आयोजन के लिए संबंधित निकाय को प्रदान किया जाएगा। सहायता राशि 49 हजार रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से वधू के खाते में एवं शेष 6 हजार रुपए आयोजन की व्यवस्थाओं पर व्यय के लिए प्रदान की जाएगी।

मंत्रीपरिषद ने वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2027-28 के लिए नवीन योजना ‘टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्रों के विकास’ के लिए 145 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की। इस योजना में बफर क्षेत्रों में संवेदनशील क्षेत्रों में विभिन्न कार्य किए जाएंगे।

इस नवीन योजना में बफर क्षेत्रों में संवेदनशील क्षेत्रों में चेनलिंक फेसिंग का निर्माण किया जाएगा। वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं अग्नि सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। चारागाहों एवं जल स्रोतों का विकास किया जाएगा। वन्य प्राणियों का उपचार और स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। नागरिकों के कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश से 9 टाइगर रिजर्व से लगे बफर क्षेत्रों में विगत 4 वर्षों में टाइगर की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है।

–आईएएनएस

एसके/एबीएम


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