रिलीज से पहले विवादों में रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर', शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने की रोक लगाने की मांग


नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। लेखक और निर्देशक आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ रिलीज से पहले ही कानूनी पचड़े में फंस चुकी है। अशोक चक्र अवार्डी शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म 5 दिसंबर को रिलीज होने वाली है।

भारतीय सेना के शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। परिवार का कहना है कि फिल्म ‘धुरंधर’ की रिलीज पर तुरंत रोक लगाई जाए, क्योंकि ये फिल्म उनके बेटे की जिंदगी से प्रभावित लगती है और फिल्म को बनाने से पहले फिल्म प्रोड्यूसर्स ने कोई परमिशन नहीं ली है।

याचिका में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन, भारतीय सेना और फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर को पक्षकार बनाया गया है।

इससे पहले भी सोशल मीडिया पर लगातार ‘धुरंधर’ की कहानी को मेजर मोहित की जिंदगी से प्रभावित फिल्म बताया जा रहा है। हालांकि 26 नवंबर को निर्देशक आदित्य धर ने फिल्म को लेकर बयान भी जारी किया था और कहा था कि फिल्म मोहित शर्मा की जिंदगी से प्रेरित नहीं है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, “हमारी फिल्म धुरंधर बहादुर मेजर मोहित शर्मा के जीवन पर आधारित नहीं है। यह एक आधिकारिक स्पष्टीकरण है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर हम भविष्य में मोहित सर पर बायोपिक बनाते हैं तो इसे पूरी सहमति और परिवार के साथ पूर्ण परामर्श के साथ करेंगे और इस तरह से करेंगे जिससे देश के लिए उनके बलिदान और हम सभी के लिए छोड़ी गई विरासत का सच्चा सम्मान हो।”

बता दें कि ‘धुंरधर’ के ट्रेलर रिलीज के बाद फिल्म के हर किरदार पर बात की गई, लेकिन रणवीर सिंह के किरदार पर मेकर्स ने अभी तक कोई बात नहीं की है। इस बात पर सस्पेंस बरकरार है कि रणवीर सिंह का रोल किस किरदार से प्रेरित है। फिल्म में आर. माधवन का किरदार अजीत डोभाल, अर्जुन रामपाल का किरदार पाकिस्तान के इलियास कश्मीरी, जबकि संजय दत्त का किरदार पाकिस्तानी एसपी चौधरी असलम से प्रेरित है।

गौर करने वाली बात ये है कि रणवीर सिंह का लुक शहीद मेजर मोहित से मिलता है, जिन्होंने अपना नाम और पहचान बदलकर कई साल हिजबुल मुजाहिद्दीन टेरिरिस्ट ग्रुप के साथ आतंकी बनकर बिताए थे और वे जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादी विरोधी अभियान के दौरान मारे गए थे। उनके अदम्य साहस के लिए उन्हें अशोक चक्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

–आईएएनएस

पीएस/वीसी


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