मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और बायजूस ने भारतीय क्रिकेट टीम के जर्सी प्रायोजन के समझौते को और एक साल तक आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
क्रिकबज की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई की शीर्ष परिषद (एपेक्स काउंसिल) ने हाल ही में बेंगलुरु स्थित बहुराष्ट्रीय शैक्षिक तकनीक कंपनी बायजूस के साथ विस्तार को मंजूरी दी थी। वैसे यह समझौता श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के बाद समाप्त होना था।
एपेक्स काउंसिल की हालिया बैठक के फैसलों से परिचित बीसीसीआई के कई सदस्यों ने सोमवार को क्रिकबज को बताया, “ समझौते को एक साल तक के लिए रिन्यू (नवीनीकृत) किया गया है। वैसे यह समझौता मौजूदा श्रृंखला सीरीज के बाद समाप्त होने वाला था। ”
उल्लेखनीय है कि बायजूस 2019 में चीनी मोबाइल फोन कंपनी ओप्पो की जगह भारतीय क्रिकेट टीम का जर्सी प्रायोजक बना था। यह समझौता आधिकारिक रूप से सितंबर 2019 से शुरू हुआ था।
बीसीसीआई ने मई 2019 में एक बयान में कहा था, “ बायजूस वर्तमान टीम प्रायोजक ओप्पो मोबाइल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सभी दायित्वों को संभालेगा। बीसीसीआई भारत के अग्रणी शिक्षा एवं शिक्षण ऐप बायजूस का पांच सितंबर, 2019 से 31 मार्च, 2022 तक भारतीय क्रिकेट टीम का आधिकारिक जर्सी प्रायोजक के रूप में स्वागत करते हुए प्रसन्न है।
क्रिकबज के मुताबिक ओप्पो से प्रायोजन अधिकारों के हस्तांतरण के बाद बायजूस एक द्विपक्षीय सीरीज के लिए 4.61 करोड़ और एक अंतरराष्ट्रीय टूनामेंट के मैच के लिए बीसीसीआई को 1.56 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहा है।