दिल्ली में लापता व्यक्तियों के 900 से अधिक परिवारों को धोखा देने के आरोप में बीसीए ग्रेजुएट

दिल्ली में लापता व्यक्तियों के 900 से अधिक परिवारों को धोखा देने के आरोप में बीसीए ग्रेजुएट

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि जिपनेट (जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क) और ऐसी अन्य सरकारी वेबसाइटों से जानकारी डाउनलोड करने के बाद, लापता व्यक्तियों के 900 से अधिक परिवारों को धोखा देने के आरोप में 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के रानीपुर मऊ निवासी श्यामसुंदर चौहान के रूप में हुई है। आरोपी इंदौर से बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) ग्रेजुएट है।

मामला तब सामने आया जब 15 दिसंबर को बुराड़ी के रहने वाले एक व्यक्ति की ओर से वजीराबाद थाने में एक लड़की के लापता होने की शिकायत मिली।

उत्तरी दिल्ली के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने कहा, ”लापता व्यक्तियों की डिटेल इकट्ठा करके और उन्हें दिल्ली पुलिस के लापता व्यक्ति पोर्टल पर अपलोड करके सभी औपचारिकताओं का पालन किया गया। उसी दिन, पीड़िता के परिवार को एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने परिवार को बताया कि वह लापता लड़की का स्थान जानता है और वह उन्हें उसके ठिकाने के बारे में बता सकता है।”

फिर, आरोपी ने लोकेशन बताने के लिए रुपयों की मांग की और इसके लिए एक क्यूआर कोड भेजा। इस मामले में आरोपी शख्स ने पीड़ित लड़की के पिता से 8 हजार रुपये की ठगी की।

जांच के दौरान पुलिस टीम ने देखा कि वजीराबाद पुलिस स्टेशन और दिल्ली के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह का मामला दर्ज किया गया था, जिससे पता चला कि अपराधी ने उसी रणनीति का उपयोग करके शहरभर में 904 लोगों को धोखा दिया था।

आखिरकार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, श्यामसुंदर चौहान ने खुलासा किया कि उसने जिपनेट और ऐसी अन्य सरकारी वेबसाइटों से लापता व्यक्ति के बारे में जानकारी डाउनलोड की थी।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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