बरेलवी ने यूपी में वाहनों पर जातिसूचक नाम लिखने को लेकर जुर्माना लगाने के फैसले का किया समर्थन

बरेली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उत्तर प्रदेश में वाहनों पर जातिसूचक नाम लिखने पर जुर्माना लगाने के फैसले का समर्थन किया।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में वाहनों पर जातिसूचक नाम लिखने पर जुर्माना लगाने का फैसला पूरी तरह से उचित है। वाहनों, ढाबों, दुकानों और अन्य स्थानों पर जातिसूचक नाम लिखना ठीक नहीं है। भारतीय संस्कृति हमें समानता का पाठ पढ़ाती है।
मौलाना रजवी बरेलवी का नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद करने पर कहना है, “नवरात्रि के दौरान सावधानियां जरूरी हैं। जहां मंदिरों के पास मीट की दुकानें हैं, वहां दुकानदार खुद अपनी दुकानें बंद कर दें। शहर के दूसरे हिस्सों या मंदिरों से दूर ऐसी जगहों पर जहां किसी की आस्था को ठेस न पहुंचे, दुकानें बंद करने की जरूरत नहीं है।
रजवी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के द्वारा रामलीला और दुर्गा पूजा आयोजनों के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की समय सीमा बढ़ाने को लेकर प्रदेश सरकार की आलोचना की। हकीकत में यह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट ने बिल्कुल हल्की आवाज में लाउडस्पीकर बजाने के लिए कहा और रेखा गुप्ता की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जा रही है। अगर मुस्लिम त्योहार होते तो वहां बहुत सारी पाबंदियां लगा दी जातींहैं। यह फैसला रेखा गुप्ता का पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाता हुआ नजर आता है।
नवरात्रि के दौरान मीट की दुकान बंद रहने पर उन्होंने कहा कि नवरात्रि के मौके पर एहतियात बरतने की जरूरत है। मंदिर के करीब अगर मीट की दुकान है तो दुकानदार को खुद बंद कर देनी चाहिए। अगर दुकान मंदिर से दूर है तो उसे बंद करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने मीट कारोबारी से अपील की है कि किसी की आस्था को ठेस पहुंचती है तो दुकान बंद कर दें। अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ से, पैर से, या जुबान से किसी को तकलीफ ना पहुंचे।
–आईएएनएस
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