'बाबर हमारा आदर्श नहीं हो सकता', बाबरपुर का नाम बदलने की मांग पर बोले भाजपा विधायक अजय महावर

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। दिल्ली के घोंडा से भाजपा विधायक अजय महावर ने बाबरपुर का नाम बदलने को लेकर समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह पहले भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं और अब भी अपनी मांग पर दृढ़ हैं।
महावर ने कहा, “यह आठवीं विधानसभा है, पिछली विधानसभा में भी मैंने बाबरपुर का नाम बदलने की मांग उठाई थी। उस समय केजरीवाल की सरकार थी और मेरा बयान सदन में रिकॉर्ड है।”
महावर ने बाबर को एक “लुटेरा”, “आक्रांता” और “बर्बर” बताते हुए कहा, “वह हमारा आदर्श कैसे हो सकता है?” उन्होंने बाबर के बारे में आरोप लगाया कि उसने हमारे आराध्य श्री राम जी की जन्मभूमि को नष्ट किया और वहां बाबरी मस्जिद का ढांचा खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बाबर ने अयोध्या का नाम बदलकर फैजाबाद कर दिया था।
भाजपा विधायक ने कहा कि वह चाहते हैं कि बाबरपुर का नाम बदलकर मोहनपुरी रखा जाए। उन्होंने कहा, “अब कुछ लोग और विपक्ष इस पर सवाल उठाएंगे कि यह हिंदू-मुस्लिम का मामला है, तो मैं साफ कहना चाहता हूं कि यह मामला हिंदू-मुसलमान का नहीं है। हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों जैसे अब्दुल कलाम साहब, सीमांत गांधी अब्दुल गफ्फार खान साहब और अशफाक़ुल्ला खान जैसे लोगों ने देश की स्वतंत्रता के लिए योगदान दिया। उनके नाम पर स्थान रखे जाएं तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।”
महावर ने यह भी स्पष्ट किया कि बाबर को वह कभी हीरो नहीं मान सकते। उन्होंने कहा, “वह लुटेरा था, जिसने दिल्ली को लूटा और देश के लिए कुछ योगदान नहीं किया। हम लुटेरों के खिलाफ हैं, जिनका देश के लिए कोई योगदान नहीं रहा।”
महावर ने इस दौरान यह भी कहा कि यदि इस सत्र में उनकी मांग पर कोई प्रस्ताव लाया जाता है, तो वह इसे समर्थन देंगे। अगर मोहन सिंह बिष्ट का बिल स्वीकार होता है, तो वह भी इस मामले में अपना प्रस्ताव जोड़ सकते हैं। महावर ने विपक्ष को यह भी समझाने की कोशिश की कि यह मुद्दा सिर्फ हिंदू-मुसलमान का नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा का मामला है। उन्होंने कहा, “हम फ्लैक्सिबल हैं, अगर कोई अच्छा नाम सुझाएगा तो हम उसे स्वीकार करेंगे, लेकिन बाबर हमारा आदर्श नहीं हो सकता।”
–आईएएनएस
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