'गणभवन' की संरचना में बदलाव को लेकर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर अवामी लीग का हमला


ढाका, 29 जुलाई (आईएएनएस)। बांग्लादेश की अवामी लीग ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक निवास ‘गणभवन’ में संरचनात्मक बदलाव करने के फैसले को लेकर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की कड़ी आलोचना की है। पार्टी ने इस फैसले को ‘गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक’ करार दिया है।

पार्टी ने इस कदम को देश की लोकतांत्रिक विरासत पर हमला बताते हुए अंतरिम प्रशासन पर अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम करने का आरोप लगाया।

पार्टी ने इस कदम को ‘गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक’ बताते हुए गणभवन परिसर के अंदर ‘तथाकथित सामूहिक कब्रिस्तान’ बनाने के ‘अवैध, फासीवादी कब्जाधारी यूनुस और उनके गुट के राजनीति से प्रेरित प्रयास’ पर गंभीर चिंता जताई।

अवामी लीग ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि यह अवैध कब्जा करने वाला समूह यह समझने में नाकाम रहा है कि ‘गणभवन’ शेख हसीना का निजी आवास नहीं है। यह बांग्लादेश के शासनाध्यक्ष का आधिकारिक आवास है। इसे राष्ट्रीय संसद परिसर की वास्तुशिल्प योजना के अनुरूप डिजाइन किया गया है। प्रतिष्ठित अमेरिकी वास्तुकार लुई आई काहन ने संसद भवन और उसके आसपास की संरचनाओं का डिजाइन तैयार किया था। इसे दुनिया की बेहतरीन वास्तुशिल्प कृतियों में से एक माना जाता है, जो बांग्लादेश की विरासत और संस्कृति का प्रतिबिंब है।”

बयान में आगे कहा गया, “इस संरचना में बदलाव का मतलब हमारी राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक पहचान को विकृत करने का प्रयास करना है। इसलिए हम राष्ट्रीय संसद भवन, गणभवन, या इससे जुड़ी किसी भी संरचना की वास्तुकला में किसी भी मूलभूत बदलाव की कड़ी निंदा और विरोध करते हैं।”

पार्टी ने कहा कि जिस तरह ‘व्हाइट हाउस’ संयुक्त राज्य अमेरिकी राष्ट्रपति, जबकि 10 डाउनिंग स्ट्रीट ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है, उसी तरह गणभवन बांग्लादेश के प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है। यह शेख हसीना का निजी घर नहीं है।

यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए, अवामी लीग ने कहा कि गणभवन के महत्व की अनदेखी करते हुए यह निर्माण, बंगबंधु की बेटी शेख हसीना के प्रति नफरत से उपजा है।

पार्टी ने कहा कि गणभवन के आसपास की हरियाली और पर्यावरणीय संतुलन का महत्वपूर्ण पारिस्थितिकीय मूल्य है, जिसे ‘द्वेष और बदले की भावना से यूनुस की फासीवादी, हत्यारी और अवैध सरकार’ नजरअंदाज कर रही है।

बयान में कहा गया, “कुछ दिन पहले ही, माइलस्टोन त्रासदी के बाद की स्थिति को संभालने में विफल रहने के बाद, फासीवादी-हत्यारे यूनुस ने फेसबुक पर लोगों से मदद की भीख मांगी थी। आज वही व्यक्ति टैक्सपेयर्स का पैसा ऐसे नफरत भरे और गैर-जरूरी प्रोजेक्ट्स पर खर्च कर रहा है। इस हिंसक उग्रवादी गुट के लिए जिंदगियां बचाने से ज्यादा जरूरी है अपनी नफरत को स्थापित करना। बांग्लादेश अवामी लीग की ओर से हम इस घृणित, राजनीतिक रूप से प्रेरित कदम की कड़ी निंदा और विरोध करते हैं।”

–आईएएनएस

आरएसजी/केआर


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