बीड मस्जिद विस्फोट मामले में एटीएस ने आरोपियों से की पूछताछ, टेरर एंगल की पड़ताल

बीड, 31 मार्च (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के बीड जिले में गेवराई तहसील के अर्धा मसला गांव में मस्जिद में हुए ब्लास्ट के बाद बीड पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनसे पूछताछ जारी है।
घटना के बाद एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीम भी मौके पर पहुंची और देर रात तक दोनों आरोपियों से पूछताछ की। एटीएस इस बात की समानांतर जांच कर रही है कि इस घटना में कोई टेरर एंगल शामिल है या यह आरोपियों की महज शरारत थी।
वहीं, आधिकारिक तौर पर यह मामला लोकल क्राइम ब्रांच के पास है, जो इसकी गहन जांच में जुटी हुई है। पुलिस आरोपियों के बैकग्राउंड की छानबीन कर रही है और उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को ट्रैक कर रही है।
जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस ब्लास्ट की साजिश में कितने लोग शामिल थे और उनका मकसद क्या था। अधिकारियों ने बताया कि मामले की तह तक जाने के लिए सभी पहलुओं पर बारीकी से काम किया जा रहा है।
बीड जिले में रविवार को एक मस्जिद में हुए धमाके के बाद इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त है। घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्काल अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बीड पुलिस अधीक्षक नवनीत कावर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि रविवार तड़के करीब पौने तीन बजे मस्जिद में धमाका हुआ था। सूचना मिलते ही 20 मिनट के भीतर पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और सुबह साढ़े पांच बजे तक स्थिति का जायजा लिया गया।
उन्होंने कहा, “दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने मस्जिद के अंदर विस्फोटक उपकरण का इस्तेमाल कर धमाका किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपियों का मुस्लिम समाज के कुछ बच्चों से विवाद हुआ था, जिसके बदले में उन्होंने यह कदम उठाया।”
कावर ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और स्थानीय क्राइम ब्रांच को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच की निगरानी के लिए एक पुलिस इंस्पेक्टर को विशेष रूप से नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा, “यह उच्च स्तरीय जांच होगी, जो निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी। दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अफवाहों से बचने और प्रशासन पर भरोसा रखने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द बना रहे।
–आईएएनएस
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