दिल्ली फार्मास्युटीकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू) में छठे दीक्षांत समारोह का शुक्रवार को आयोजन किया गया। समारोह में 605 छात्रों को डिग्री दी गई। उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने स्नातक के छात्रों को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस इंस्टीट्यूट को देश के पहले फार्मास्युटिकल यूनिवर्सिटी के रूप में बदला है। इसका छठा दीक्षांत समारोह मना रहे हैं, ये गर्व की बात है। सरकार पिछले 8 साल से अपने बजट का लगभग 25 फीसदी शिक्षा को दे रही है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा खर्च नहीं है, ये देश के बेहतर भविष्य के लिए एक निवेश है। शिक्षा के क्षेत्र में निवेश कर युवाओं को सशक्त बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसी यूनिवर्सिटी है, जो सिर्फ अपने कैंपस तक सीमित नहीं रही है। इसकी एक पहल दिल्ली की योगशाला ने योग को घर-घर तक पहुंचाने का काम किया है। उम्मीद है कि दिल्ली योगशाला कार्यक्रम की ये यूनिवर्सिटी दोबारा जल्द शुरुआत करेगी।
आयुर्वेद व योग को आगे ले जाने में करेगी मदद
आतिशी ने कहा कि न केवल योग, बल्कि इंडियन मेडिकल सिस्टम चाहे वह आयुर्वेद, यूनानी, योग हो, उसे डीपीएसआरयू आगे ले जाने का काम भी करेगी। उन्होंने कहा कि देश सदियों से मेडिसिन के क्षेत्र में वैश्विक लीडर के रूप में रहा है। जब दुनिया में किसी ने मेडिसिन और सर्जरी का नाम नहीं सुना था, तब चरक जैसे सर्जन भारत में पैदा हुए और मेडिसिन और सर्जरी को नए आयाम दिए।
जी-20 में विवि की सक्रिय भागीदारी पर जताई खुशी
कुलपति प्रो. रमेश के. गोयल ने अकादमिक और वैश्विक जुड़ाव के प्रति प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने वाले जी-20 समारोह में विश्वविद्यालय की सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की। ज्ञान और नवाचार के केंद्र के रूप में डीपीएसआरयू ने जी-20 एजेंडे से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने पर गर्व महसूस किया।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने 23 कार्यक्रम तैयार किए हैं, जिसमें उभरते उत्कृष्टता केंद्र, डीकेडीएफ-सेंटर फॉर प्रिसिजन मेडिसिन, डीएसआईआर सेंट्रल रिसर्च टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब (सीआरटीडीएच), नैनो प्रौद्योगिकी अनुसंधान इकाइयां, प्लांट टिशू कल्चर लैब, एडवांस्ड फार्मास्युटिकल एनालिटिकल केमिस्ट्री लैब जैसे नए उद्यम शामिल हैं। समारोह में उपराज्यपाल व कुलाधिपति विनय कुमार सक्सेना व आईसीएमआर के पूर्व डायरेक्टर-जनरल निर्मल के गांगुली के साथ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य, स्नातक छात्र और अभिभावक उपस्थित रहे।