जम्मू में हाल ही में हुए आतंकी हमलों (Reasi terror attack) के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah high level meeting on Jammu attack) आज जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति और अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की होगी समीक्षा
गृह मंत्री नॉर्थ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति और आगामी अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का आकलन कर रहे हैं। संबंधित अधिकारी गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थितियों और ऐसे आतंकवादी हमलों से निपटने की तैयारियों के बारे में बताएंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला समेत अन्य शीर्ष अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
बैठक में इस बात की संभावना
- समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों ने बताया कि शाह को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर बलों की तैनाती, घुसपैठ के प्रयासों, चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की स्थिति और सक्रिय आतंकवादियों की ताकत के बारे में अवगत कराए जाने की संभावना है।
- शाह प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुरूप सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जाने वाली तत्काल कार्रवाई के बारे में व्यापक दिशानिर्देश दे सकते हैं।
आतंक का होगा सफाया
अमित शाह ने एक दिन पहले भी गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और इस मुद्दे पर आज एक और विस्तृत बैठक बुलाने का निर्देश दिया।
शाह ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों को लेकर चिंता जताई थी। आज इसी को लेकर कोई बड़ा सुरक्षा प्लान बनाया जा सकता है।
चार जगहों पर हुए आतंकी हमले
बता दें कि 9 जून से रियासी, कठुआ और डोडा में चार जगहों पर आतंकी हमले हुए हैं। इस हमले में नौ तीर्थयात्री मारे गए, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान शहीद हो गया, एक नागरिक घायल हो गया और कम से कम सात सुरक्षाकर्मी घायल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं के बाद सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में एनएसए अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।