अदाणी फाउंडेशन की सामाजिक रोशनी से जगमगाया अमेठी


अमेठी, 22 जुलाई (आईएएनएस)। जब सामाजिक उत्तरदायित्व समर्पण का रूप ले लेता है, तब विकास केवल आंकड़ों का विषय नहीं रह जाता, वह जीवन की धड़कन बन जाता है। कुछ ऐसा ही कार्य अदाणी फाउंडेशन कर रहा है, जिसने अमेठी जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और सामुदायिक विकास के क्षेत्र में अनेक सकारात्मक पहल की हैं।

अदाणी फाउंडेशन की यह पहल बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति के साथ एक दीर्घकालिक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में किए जा रहे ठोस प्रयासों का प्रतिरूप है।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत अमेठी को मॉडल सोलर विलेज के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहा फाउंडेशन, ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ग्रामीण अंचलों को अग्रसर कर रहा है। स्वास्थ्य जागरूकता और पोषण सुरक्षा के क्षेत्र में भी अदाणी फाउंडेशन ने उल्लेखनीय कार्य किया है।

हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में 100 टीबी मरीजों को पोषण किट्स वितरित की गईं। इन किट्स के माध्यम से आहार संबंधी सहयोग तो दिया ही गया, रोगियों को आत्म-रक्षा और निरंतर देखभाल के प्रति जागरूक भी किया गया। फाउंडेशन का ध्यान युवाओं एवं महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता पर भी केंद्रित है।

कौशल विकास कार्यक्रमों, रोजगार मेलों और महिला सशक्तीकरण की योजनाओं से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अमेठी का युवा वर्ग आत्मविश्वास के साथ भविष्य की ओर कदम बढ़ाए। शिक्षा के क्षेत्र में ‘बाला वॉल पेंटिंग’ जैसी अभिनव पहल द्वारा बच्चों को रचनात्मक और रंगीन ढंग से शिक्षित किया जा रहा है।

अदाणी एसीसी सीमेंट प्लांट, टिकरिया के सहयोग से यह प्रयोग कई विद्यालयों में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है, जहां दीवारों पर बनी चित्रावलियां बच्चों के लिए एक जीवंत पाठशाला बन गई हैं।

फाउंडेशन द्वारा 11 आंगनबाड़ी केंद्रों में टेबल-कुर्सियों का वितरण और शुद्ध जल उपलब्धता की व्यवस्था भी की गई है, जिससे बाल्यावस्था में ही गरिमा और सुविधा का अनुभव हो सके।

दिव्यांगजनों के लिए विशेष उपकरणों और प्रशिक्षण के माध्यम से आजीविका के अवसर सुनिश्चित करना फाउंडेशन के समावेशी विकास के संकल्प का उदाहरण है।

जल संरक्षण, ग्रामीण आधारभूत ढांचे का विकास और सतत जीवनशैली को प्रोत्साहित करने वाली परियोजनाएं अदाणी फाउंडेशन के समग्र दृष्टिकोण का प्रमाण भी हैं। ‘सुपोषण’, ‘स्वच्छाग्रह’, ‘सक्षम’ और ‘उड़ान’ जैसी विशिष्ट परियोजनाओं के माध्यम से यह फाउंडेशन हर वर्ष 37 लाख से अधिक लोगों के जीवन को छूता है और उनके भीतर एक नई ऊर्जा, आत्मबल और विश्वास का संचार करता है।

— आईएएनएस

विकेटी/डीकेपी


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