दक्षिण कोरिया में जंगल की आग से जान-माल के नुकसान पर अमेरिका ने जताया दुख, मदद का दिया आश्वासन

सोल, 28 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका ने शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के दक्षिणी क्षेत्र में जंगल की आग से हुए नुकसान और जान-माल की हानि पर दुख जताया। वाशिंगटन ने सोल को पूरी मदद देने का वादा किया।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एक बयान में कहा, “दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में जंगल में आग से हुई जान-माल की हानि और भारी नुकसान के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।” उन्होंने दक्षिण कोरिया का आधिकारिक नाम लिया।
ब्रूस ने कहा, “इस कठिन समय में अमेरिका अपने सहयोगी के साथ खड़ा है। संयुक्त राज्य कोरिया बल भी आग से निपटने और प्रभावित समुदायों की सहायता करने के लिए तैयार है।”
प्रवक्ता ने कहा, “हम बहादुर अग्निशमन कर्मियों और अन्य लोगों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हैं। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों, विस्थापित लोगों और इस कठिन समय में शरण लेने वाले सभी लोगों के साथ हैं।”
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रूस ने अमेरिका में लगी विनाशकारी आग के दौरान दक्षिण कोरिया के ‘मजबूत समर्थन’ को भी याद किया। उन्होंने कहा, “जैसे आप हमारे साथ खड़े रहे हैं, वैसे ही हम भी आपके साथ खड़े रहेंगे।”
इस बीच, शुक्रवार को अग्निशमन कर्मी और सैनिक हेलीकॉप्टरों की मदद से देश की सबसे बड़ी जंगल की आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं, जो दक्षिण-पूर्वी प्रांत नॉर्थ ग्योंगसांग में लगी थी। इस आग में अब तक 28 लोगों की मौत हुई जबकि 32 लोग घायल हुए हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले शुक्रवार से इस क्षेत्र में आग ने बड़ा नुकसान किया है और 38,000 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जलकर खाक हो गया है।
यह 2000 में पूर्वी तट पर लगी आग से लगभग 13,000 हेक्टेयर ज्यादा है, जिसमें उस समय 23,794 हेक्टेयर जंगल जल गया था। उस समय वह आग देश की सबसे बड़ी आग मानी गई थी।
शाम 7 बजे तक कुल 37,829 लोग विस्थापित हुए, जिनमें उत्तरी ग्योंगसांग प्रांत के उइसियोंग और अंडोंग क्षेत्रों के लगभग 30,000 लोग शामिल हैं।
दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने कार्यवाहक आंतरिक मंत्री को की-डोंग को उत्तर ग्योंगसांग प्रांत में रहने तथा आग पर काबू पाने तक जंगल की आग के पीड़ितों के लिए राहत कार्यों की देखरेख करने का निर्देश दिया।
–आईएएनएस
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