'चैत्र नवरात्रि में सभी मनोकामना होगी पूरी' कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया क्या करें क्या न
नई दिल्ली, 27 मार्च (आईएएनएस)। चैत्र नवरात्रि के दौरान शुभ समय में घटस्थापना करना अति शुभ माना जाता है। 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी। मान्यता है कि नवरात्रि में व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना भी पूर्ण होती हैं। इसे लेकर न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत से बातचीत की।
कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगी। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन देवी को समर्पित अनुष्ठान घटस्थापना के साथ शुरू होते हैं। शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
पीठाधीश्वर ने घट स्थापना का मुहूर्त भी बताया। उन्होंने कहा, “इस साल घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 10:23 बजे से शुरू हो रहा है। जो लोग उस समय घटस्थापना नहीं कर पाते हैं, वे अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना कर सकते हैं, जो दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे के बीच है। ऐसे शुभ समय में घट स्थापना करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है और इससे ईश्वरीय कृपा प्राप्त होती है।”
सुरेंद्रनाथ अवधूत के मुताबिक चैत्र नवरात्रि में शक्ति की उपासना का विशेष लाभ मिलता है। उन्होंने कहा, “इस समय में की गई पूजा-अर्चना का विशेष फल मिलता है। खास बात यह है कि जो भी भक्त इस चैत्र नवरात्रि के दौरान मन में जो भी मुराद लेकर पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी सभी मनोकामना मां द्वारा पूरी की जाती है। उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन, यानी कि नवमी के दिन, भक्त अनुष्ठान कर व्रत को पूरा करते हैं। कन्या पूजन किया जाता है, जिसके बाद अनुष्ठान का समापन होता है।”
मुख्य पुजारी के मुताबिक हर साल की तरह इस बार भी कालकाजी मंदिर में नवमी के दिन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा।
बता दें कि कालकाजी स्थित मंदिर दिल्ली के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां पर चैत्र नवरात्रि के दिनों में भारी संख्या में भक्त मां कालका का दर्शन करने पहुंचते हैं। मान्यता है कि यहां पर सच्चे मन से मांगी मुराद को मां जरूर पूरा करती हैं।
–आईएएनएस
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