जापान के बाद दक्षिण कोरिया पहुंचा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल


सोल, 25 मई (आईएएनएस)। जापान की सफल यात्रा के बाद जेडीयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया पहुंच गया है। यह प्रतिनिधिमंडल 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का संदेश लेकर विदेश दौरे पर निकला है।

दरअसल, यह प्रतिनिधिमंडल भारत की वैश्विक कूटनीतिक पहल का हिस्सा है, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के महत्व को रेखांकित करता है।

भारतीय दूतावास ने शनिवार को कहा, “सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की कूटनीतिक पहल के लिए सोल पहुंचा। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है।”

इस प्रतिनिधिमंडल में संजय कुमार झा के अलावा भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृज लाल और प्रदन बरुआ, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीआई (एम) के राज्यसभा सदस्य जॉन ब्रिटास और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, राजदूत मोहन कुमार भी शामिल हैं।

झा ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का संदेश लेकर सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सियोल पहुंचा। आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहमति दृढ़ और अटल होनी चाहिए और भारत इस संकल्प का नेतृत्व करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने सोल यात्रा का अपडेट साझा किया।

बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने एक्स पर पोस्ट किया, “देर रात सोल पहुंचे। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अगले तीन दिनों तक यहां काम करेगा। मैं उत्सुक हूं।”

बीजेपी सांसद प्रदन बरुआ ने एक्स पर लिखा, “दिन 4: दक्षिण कोरिया का सोल। आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को जारी रखते हुए सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में सियोल पहुंचे।”

बरुआ ने एक अन्य पोस्ट में कहा, “वैश्विक समुदाय के लिए एक दृढ़ और एकजुट दृष्टिकोण अपनाना अनिवार्य है और भारत आतंकवाद के खिलाफ इस सामूहिक लड़ाई में सबसे आगे है।”

राजदूत मोहन कुमार ने एक्स पर पोस्ट किया, “दिन 4: आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का संदेश लेकर सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सोल पहुंचा। आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहमति दृढ़ और अटल होनी चाहिए और भारत इस संकल्प का नेतृत्व करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

–आईएएनएस

एफएम/केआर


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