अखिलेश यादव के पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी : केशव प्रसाद मौर्य

कुशीनगर, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को कुशीनगर के पडरौना जूनियर हाई स्कूल में आयोजित सम्राट अशोक जन्मोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राजकीय वायुयान से आगमन के दौरान कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया।
समारोह में शामिल होने से पहले डिप्टी सीएम ने भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर जाकर शयन मुद्रा में विराजित भगवान बुद्ध की प्रतिमा का दर्शन किया और उन्हें चीवर अर्पित किया। इसके पश्चात वह पडरौना स्थित जूनियर हाई स्कूल पहुंचे, जहां मंच से उपस्थित जनसमूह का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कुशवाहा, शाक्य, सैनी मौर्य महासभा द्वारा किया गया था। मंच पर डिप्टी सीएम का स्वागत माल्यार्पण एवं मोमेंटो प्रदान कर किया गया।
अपने संबोधन में केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी दलों पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अशोक महान के शासन का अनुसरण करने वाले हैं। पीएम मोदी ने सम्राट अशोक की तरह भेदभाव खत्म किया, भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों का विकास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अपने संबोधन ने कहा कि हमने विश्व को बुद्ध दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध की भाषा पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया।
समाजवादी पार्टी और उसके प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव का पीडीए एक दिखावटी फार्मूला है। असल में उनके पीडीए का मतलब है ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’। समाजवादी पार्टी की सरकार ने सत्ता में रहते हुए पुलिस के दम पर व्यापारियों को डराया, जमीनों पर कब्जा किया और फर्जी मुकदमे दर्ज कराए। अब सपा चारों खाने चित्त हो चुकी है। अखिलेश यादव 2027 में सत्ता में आने के सपने देख रहे हैं, लेकिन मेरा अनुमान है कि 2047 तक भी सपा सत्ता में नहीं लौट पाएगी।”
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल को लेकर हो रही हिंसा पर भी डिप्टी सीएम ने कहा, “बंगाल में हो रही हिंसा सत्ता प्रायोजित है, जिसमें सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहां की स्थिति उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के दौर से भी ज्यादा अराजक है। लेकिन अब बदलाव तय है, अगला चुनाव भाजपा के पक्ष में जाएगा। विपक्ष वक्फ संशोधन बिल का नहीं बल्कि भाजपा का विरोध कर रहा है। सपा, बसपा और कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन अब यह राजनीति दफन हो चुकी है। भारत अब तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्त होगा।”
–आईएएनएस
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